वाशिंगटन। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पुष्टि की है कि सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा 22 जुलाई को व्हाइट हाउस की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ मुलाकात करेंगे। कुरैशी ने खान की अमेरिका यात्रा पर शुक्रवार को पाकिस्तानी मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के महानिदेशक भी प्रधानमंत्री के साथ वाशिंगटन आएंगे।
उन्होंने कहा कि दोनों शीर्ष सैन्य अधिकारी अमेरिकी रक्षा विभाग में अपने समकक्षों के साथ अलग-अलग बैठकें भी करेंगे। संभवतह यह पहली बार होगा जब पाकिस्तान के शीर्ष सेना प्रमुख प्रधानमंत्री के साथ व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ बैठक करेंगे। राजनयिक सूत्रों ने डॉन समाचारपत्र को बताया कि जनरल बाजवा पेंटागन की अपनी यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री पैट्रिक एम शनहान, ज्वायंट चीफ ऑफ स्टाफ के नये अध्यक्ष जनरल मार्क मिले और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे।
इस बीच दक्षिण एशियाई मामलों के अमेरिकी विद्वान मार्विन वेनबाम ने वाशिंगटन में शीर्ष सैन्य अधिकारियों को लाने के खान पीएम के फैसले पर टिप्पणी करते हुए कहा,‘‘वाशिंगटन में नीति निर्माताओं ने देखा है कि लंबे समय के बाद, पाकिस्तान के नागरिक और सैन्य नेता महत्वपूर्ण मुद्दों पर एक साथ हैं। वेनबाम ने कहा कि अफगानिस्तान और आतंकवाद दक्षिण एशिया में ट्रम्प प्रशासन की दो प्राथमिक चिंताएं हैं और वे जानते है कि ऐसे मुद्दों पर सेना के समर्थन के बिना पाकिस्तान में कोई बड़ा निर्णय लागू नहीं किया जा सकता है।