नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दिल्ली में जल आपूर्ति के लिए चंद्रावल संयंत्र की आधारशिला रखे जाने और जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने को जनता के साथ फर्जीवाड़ा बताते हुए सोमवार को कहा कि यह आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर यह दिखाने की कोशिश है कि अरंिवद केजरीवाल सरकार काम कर रही है। तिवारी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ केजरीवाल को ये काम पिछले साढ़े चार वर्ष के दौरान करने चाहिए थे। दिल्ली की जनता से किये गये वादे पूरा करने में विफल रहने के बाद चुनावी वर्ष में लोगों को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है।’’
उन्होंने कहा कि जब दिल्ली के लोगों ने देखा कि केजरीवाल ने सीसीटीवी कैमरे, नयी बसें, मुफ्त वाई फाई, बिजली हाफ-पानी माफ जैसे वादे पूरे नहीं किये तो उन्होंने नगर निगम और लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को समर्थन नहीं दिया। केजरीवाल ने करदाताओं के पैसे को सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए विज्ञापनों पर खर्च कर खुद ही साबित कर दिया है कि पिछले साढ़े चार वर्ष में दिल्ली के विकास में सबसे बड़ा बाधक कौन रहा है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि समय-समय पर भाजपा दिल्ली के लोगों के हितों के लिए दिल्ली सरकार से लड़ती रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने सरकार पर आम आदमी पार्टी द्वारा किये गये चुनावी वादे पूरे करने के लिए दबाव भी बनाया लेकिन केजरीवाल सरकार न केवल आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति में लिप्त रही बल्कि जानबूझकर विकास कार्यों में देरी भी की।
अब यह सवाल उठता है कि आम आदमी पार्टी ने चंद्रावल संयंत्र और सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम पिछले साढ़े चार वर्ष में शुरू क्यों नहीं किया। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केजरीवाल रोज नयी घोषणाएं कर रहे हैं और मीडिया के जरिये सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं।’’ तिवारी ने कहा कि केजरीवाल की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी इसी तिकड़म का हिस्सा है। साढ़े चार वर्ष तक सरकार चलाने के बाद उन्हें दिल्ली के विकास के लिए केंद्र सरकार के सहयोग की जरूरत पड़ी है। उन्होंने हमेशा केंद्र सरकार का विरोध कर दिल्ली के विकास की राह में अड़चन डालने की कोशिश की है।