बेंगलुरु। आभूषण कंपनी आई मोनेटरी एडवाइजरी (आईएमए) में हुए करोड़ों रूपयों के घोटाले के आरोपी तथा आठ जून से फरार संगठन के प्रमुख मोहम्मद मंसूर खान ने कहा है कि लगाया कि कुछ शीर्ष राजनेताओं तथा प्रभावशाली लोगों से खुद एवं अपने परिजनों की जान के खतरे की आशंका के चलते उन्हें भारत छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। पुलिस आयुक्त आलोक कुमार को दुबई से कथित रूप से भेजे गये रिकॉर्डेड वीडियो में खान ने अपना फोन नंबर भी दिया है। उन्होंने कहा कि यदि पर्याप्त सुरक्षा दी जाए तो वह भारत वापस लौटने को तैयार है। उन्होंने कहा कि वह उन लोगों के नाम बताएंगे जो आईएमए को बंद करना चाहते थे क्योंकि वे लाभान्वित होना चाहते हैं तथा उन्हें भारत आने से रोक रहे हैं।
उन्होंने कहा,‘‘यदि मैं अब नामों का खुलासा करता हूं, तो मेरे परिवार के सदस्यों के जीवन पर खतरा होगा।’’ उन्होंने हालांकि कांग्रेस नेता के रहमान खान और मुक्तियार रहमान तथा जनता दल (एस) के विधान पार्षद शरवण और प्रेस्टिज ग्रुप के प्रमुख इरफान हैं, के नामों का खुलासा भी किया। इस बीच घोटाले की जांच के लिए गठित एसआईटी अधिकारी एवं पुलिस उपायुक्त ने खान के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा,‘‘वह आरोपी है और वह किसी पर भी कोई आरोप लगा सकता है। प्रथम दृष्टया उसके दावों या आरोपों पर विश्वास नहीं किया जा सकता।’’