कोलंबो। श्रीलंका में ईस्टर के दिन रविवार को हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों की घटना के मद्देनजर रक्षा सचिव हेमासीरी फर्नांडो ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने अनुरोध पर श्री फर्नांडो ने अपने पद से इस्तीफा दिया है। आतंकवादी हमले के बाद राष्ट्रपति ने देश के पुलिस प्रमुख पुजिथ जयसुंदर और रक्षा सचिव हेमासीरी फर्नांडो को बुधवार को इस्तीफा देने के लिए कह दिया था। राष्ट्रपति के एक करीबी अधिकारी ने बताया कि सिरिसेना ने एक बैठक के दौरान रक्षा सचिव को अपना निर्णय बताया और इसके बाद पुलिस प्रमुख को भी इस इस बारे में सूचित कर दिया गया। सिरिसेना ने मंगलवार शाम देश को अपने संबोधन में कहा था कि रविवार के आतंकवादी हमले को रोकने में नाकाम रहने के मद्देनजर वह अगले 24 घंटों के अंदर सुरक्षा बलों के प्रमुखों को बदल सकते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि वह आगामी सप्ताहों में पुलिस और सुरक्षा बलों का पूरी तरह से पुनर्गठन भी करेंगे। उनका कहना था कि रक्षा अधिकारियों की तरफ से चूक हुई है। आतंकवादी हमले के एक दिन बाद श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा था कि पुलिस को संभावित आतंकवादी हमले की पूर्व सूचना मिली थी लेकिन फिर भी पर्याप्त कदम नहीं उठाये गये। विक्रमसिंघे ने कहा कि उनके या अन्य मंत्रियों के साथ इस सूचना को साझा नहीं किया गया था। राष्ट्रपति ने भी कहा कि उन्हें भी इस सबंध में कोई सूचना नहीं दी गयी थी। सीरीसेना ने सुरक्षा बलों के प्रमुखों को बदलकर अपना संकल्प व्यक्त किया है।
वह आने वाले दिनों में पुलिस तथा सुरक्षा बलों का पुनर्गठन भी कर सकते हैं। गौरतलब है कि श्रीलंका में गिरजाघरों और लक्जरी होटलों को निशाना बनाकर किये गये अब तक के सबसे बड़े आतंकवादी हमले में 359 लोग मारे गये और 500 से अधिक लोग घायल हो गये। इस संबंध में अब तक 75 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। इस बीच रविवार को ईस्टर के मौके पर हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद गुरुवार को पूर्वी शहर पुगोदा में विस्फोट हुआ, हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है। रविवार के विस्फोटों के बाद देश हाई अलर्ट पर है। नागरिक विमानन प्राधिकरण ने श्रीलंका के हवाई क्षेत्र में ड्रोन की उड़ानों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्णय लिया है। आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।