नई दिल्ली। वित्तीय संकट के कारण ‘अस्थायी तौर पर’ परिचालन बंद कर चुकी निजी विमान सेवा कंपनी जेट एयरवेज के पायलट यूनियन ‘नेशनल एविएटर्स गिल्ड’ ने स्पाइसजेट प्रबंधन के व्यवहार की निंदा की है। यूनियन ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘स्पाइसजेट के वरिष्ठ प्रबंधन ने उनसे बात करने गये हमारे पायलटों के साथ जिस प्रकार का व्यवहार किया उससे हमें गहरी निराशा हुई है और हम हतप्रभ हैं। यदि यह सच है तो हम इस गैर-पेशेवर व्यवहार की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। यह हमारे साथियों के लिए अपमानजनक और काफी खिन्न करने वाला है।’’
एनएजी की समिति ने लिखा है कि हम हमारे दोस्तों और सहकर्मियों को नौकरी देने के प्रयासों की सराहना करते हैं, लेकिन हमारा अनुरोध है कि उनकी परिस्थितियों का नाजायज लाभ न उठाया जाये। जेट एयरवेज के एक पायलट ने बताया कि स्पाइसजेट जेट एयरवेज के पायलटों को उनके मौजूदा वेतन से काफी कम की पेशकश कर रही है और साथ में सात साल का बांड भी भरवा रही है। उन्होंने कहा कि सात साल के बांड का मतलब है कि इस दौरान न कोई वेतन वृद्धि, न पदोन्नति। बीच में नौकरी छोड़कर भी नहीं जा सकते। उन्होंने कहा, ‘‘जिसकी ऐसी ही मजबूरी होगी वही वहाँ जायेगा, अन्यथा सात साल के लिए बँधुआ मजदूर बनने कोई नहीं जायेगा।’’