नई दिल्ली। भारत ने आज कहा कि उसने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद और उसके सरगना मसूद अजहर की आतंकी गतिविधियों से संबंधित सभी सबूत चीन को सौंप दिये हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने आज यहां संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि विदेश सचिव ने चीन यात्रा के दौरान उसे जैश ए मोहम्मद और मसूद अजहर की आतंकी गतिविधियों से अवगत करा दिया है।
उन्होंने कहा - हमने जैश ए मोहम्मद और उसके नेता मसूद अजहर की आतंकी गतिविधियों की जानकारी चीन के साथ साझा की हैं। अब संयुक्त राष्ट्र की 1267 प्रतिबंध समिति और अन्य अधिकृत संस्थाओं को मसूद अजहर को प्रतिबंधित सूची में डालने का निर्णय लेना है। भारत उसके नागरिकों पर हमले में शामिल आतंकवादियों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए सभी संभव कदम उठाता रहेगा। उन्होंने कहा कि चीन की दो दिन की यात्रा पर गये विदेश सचिव विजय गोखले ने आज बींिजग में चीन के कार्यकारी विदेश उप मंत्री ली यूचेंग और विदेश उप मंत्री कोंग शुआनयू से मुलाकात की।
इन मुलाकातों के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच पिछले वर्ष अप्रैल में हुए औपचारिक शिखर सम्मेलन के बाद संबंधों में प्रगति की समीक्षा की गयी और भविष्य के एजेन्डे पर चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने हिन्द प्रशांत सहित साझा हित के विभिन्न क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भी बात की। श्री गोखले ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से भी मुलाकात की। उल्लेखनीय है कि चीन ने 1267 समिति की पिछली तीन बैठकों में मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने संबंधी प्रस्तावों में तकनीकी बाधा डाली है। समिति की इसी वर्ष हुई बैठक में उसके 15 में से 14 सदस्यों ने प्रस्ताव का समर्थन किया था। यह प्रस्ताव फ्रांस ने अमेरिका और ब्रिटेन के साथ मिलकर पेश किया था।