नई दिल्ली। विदेश भागा शराब कारोबारी विजय माल्या ने तंगी से जूझ रही जेट एयरवेज को मदद न मिलने को लेकर अफसोस जताया है। माल्या ने ट्वीट करते हुए हुए कहा - मैं अपने प्रस्ताव को फिर से दोहराता हूं कि बैंकों का पूरा कर्ज़ चुका दूंगा। लेकिन मीडिया कह रही हैं कि मुझे यूके से भारत प्रत्यर्पित किए जाने का डर है। मैं किसी भी तरह से भुगतान करने को तैयार हूं, चाहे मैं लंदन में हूं या भारतीय जेल में हूं।' विजय माल्या ने कहा, 'मैंने किंगफिशर में बहुत निवेश किया।
इससे वह भारत की सबसे बड़ी और सबसे ज्यादा अवार्ड पाने वाली एयरलाइंस बन गई। ऐसा करने के लिए किंगफिशर ने सरकारी बैंकों से कर्ज लिया। मैं 100 फीसदी कर्ज चुकाने का प्रस्ताव दे चुका हूं। लेकिन इसके बदले मुझे अपराधी घोषित कर दिया गया है। यहीं एयरलाइंस का कर्म है। माल्या ने कहा भले ही जेट और किंगफिशर एक दूसरे के कॉम्पिटिटर थे, लेकिन एक बड़ी प्राइवेट एयरलाइन को असफलता के कगार पर देखकर दुख हुआ। जबकि, सरकार ने एयर इंडिया को बचाने के लिए 35 हजार करोड़ रुपये के सार्वजनिक धन का इस्तेमाल किया। सिर्फ पीएसयू होना भेदभाव का कोई बहाना नहीं है।