नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने पुलवामा की घटना की कड़ी निंदा करते हुए पड़ोसी देश पाकिस्तान को चेतावनी दी और कहा कि आतंकवाद से लड़ने के लिए पूरे विश्व को एक जुट होकर कदम उठाने का समय आ गया है। नायडू ने शुक्रवार को विज्ञान भवन में अपने भाषणों की पुस्तक के विमोचन समारोह में यह बात कही। प्रकाशन विभाग द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक का विमोचन पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने किया। पुस्तक में नायडू के 92 भाषण संकलित हैं।
समारोह में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, केन्द्रीय सूचना प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन राठौड़, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलौत और सूचना प्रसारण सचिव अमित खरे भी मौजूद थे।समारोह के आरम्भ में पुलवामा में मारे गए सुरक्षाबलों के शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि व्यक्त की गई और उनकी स्मृति में दो मिनट का मौन भी रखा। उपराष्ट्रपति ने अपने भाषण की शुरुआत में पुलवामा की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि गुरुवार का दिन बहुत दुखद रहा।
हमारे वीर सुरक्षाकर्मियों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों का उत्सर्ग किया पड़ोसी देश आतंकवादियों को न केवल धन उपलब्ध करा रहा है बल्कि उन्हें प्रशिक्षित भी कर रहा है तथा आग में घी डालने का भी काम कर रहा है और यह हम कतई बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। हमें एकजुट होना होगा। आतंकवाद से लड़ने के लिए विश्व समुदाय को मिलकर संकल्प व्यक्त करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि विश्व में आतंकवाद के कारण शांति स्थापित नहीं आ सकती है और बिना शांति के सतत विकास का लक्ष्य पूरा नहीं किया जा सकता है।