नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार की नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि जनता से किए वादे पूरे करने में विफल रहने वाली तथा भ्रष्टाचार में लिप्त सरकार के खिलाफ विपक्षी दल चुनाव में ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करेंगे।
राहुल ने ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी के मुद्दे पर आयोजित विपक्षी दलों की बैठक के बाद यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी सरकार ने राफेल सौदे में भ्रष्टाचार किया है और अनिल अंबानी को इस सौदे में लाभ देने का काम किया है।
रोजगार का देश में सबसे बड़ा संकट पैदा किया है और साढे चार दशक में सबसे ज्यादा बेरोजगारी पैदा करने का रिकॉर्ड बनाया है। संस्थानों पर चुन-चुनकर और व्यवस्थित तरीके से हमला किया है और लोगों का रोजगार छीना है। ये सब मुद्दे उसके खिलाफ चुनाव में ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ साबित होंगे।
विपक्षी दल चुनाव आयोग के समक्ष रखेंगे अपना पक्ष
राहुल ने कहा कि ईवीएम पर आयोजित बैठक में 21 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया और कहा कि चुनाव प्रक्रिया को लेकर लोगों के दिमाग में जो सवाल हैं उनका जवाब देकर जनता का विश्वास बनाए रखना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में विपक्षी दलों के नेता सोमवार को शाम साढेÞ पांच बजे चुनाव आयोग के समक्ष अपना पक्ष रखेंगे। बैठक में राहुल गांधी के अलावा तेलुगु देशम पार्टी के नेता एवं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडु, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के मोहम्मद सलीम, लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा, बहुजन समाज पार्टी के सतीशचंद्र मिश्रा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के डी राजा, डीएमके की कनिमोझि, जनता दल एस के दानिश अली, एआईयूडीएफ के बदरुद्दीन अजमल, आएसपी के एन के प्रेमचंद्रन, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा, आईयूएमएल के खुर्रम ओमर,नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, आरएलडी के जयंत चौधरी, जेवीएम के अशोक कुमार सिंह, एचएएम के जतिनराम माझी तथा टीजेएस के प्रो कोडानंदराम शामिल थे।