25 Apr 2024, 18:32:42 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
news » World

एससीओ की सफलता को पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया ऐतिहासिक

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jun 24 2016 10:09PM | Updated Date: Jun 24 2016 10:09PM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

ताशकंद। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में पूर्ण सदस्य के तौर पर भारत के शामिल होने की अंतिम प्रक्रिया शुरू होने के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि यह साझेदारी क्षेत्र में खुशहाली लाएगी। साथ ही कट्टरता, हिंसा और आतंकवाद के खतरों से बचाएगी।

एससीओ सम्मेलन में मोदी ने कहा कि ऊर्जा और प्राकृतिक संसाधनों के क्षेत्र में समूह की ताकत से भारत को महत्वपूर्ण तरीके से लाभ होगा और बदले में भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था और बड़ा बाजार एससीओ क्षेत्र में आर्थिक विकास को संचालित कर सकता है।

उन्होंने कहा, एससीओ में भारत की सदस्यता क्षेत्र की समृद्धि में योगदान देगी। यह इसकी सुरक्षा को भी मजबूत करेगी। हमारी साझेदारी हमारे समाजों को नफरत, हिंसा और आतंकवाद की कट्टरपंथी विचारधाराओं के खतरों से बचाएगी।

एससीओ में भारत की सदस्यता अहम
उन्होंने कहा, 'एससीओ में भारत की सदस्यता क्षेत्र की समृद्धि में योगदान देगी, यह इसकी सुरक्षा को भी मजबूत करेगी। हमारी साझेदारी हमारे समाजों को नफरत, हिंसा और आतंकवाद की कट्टरपंथी विचारधाराओं के खतरों से बचाएगी।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'भारत इस लक्ष्य की दिशा में काम करने के लिए एससीओ के सदस्य देशों के साथ एकजुट होगा और हम सभी स्तरों पर आतंकवाद से लड़ने में कतई बर्दाश्त नहीं करने वाला रवैया और व्यापक सोच अपनाएंगे। भारत को सदस्यता की प्रक्रिया पूरी करने के लिए साल के अंत तक करीब 30 और दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने होंगे। पाकिस्तान को भी एससीओ में पूर्ण सदस्य के तौर पर शामिल किया जा रहा है।

सदस्यता की प्रक्रिया शुरू
भारत ने सम्मेलन में एससीओ के मेमोरेंडम आॠफ आॠब्लिगेशन्स पर दस्तखत किए और पूर्ण रूपेण सदस्य के तौर पर समूह में शामिल होने की प्रक्रिया शुरू की। भारत को सदस्यता की प्रक्रिया पूरी करने के लिए साल के अंत तक करीब 30 और दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने होंगे।

भारत के साथ व्यापार बढ़ाने पर फोकस
उन्होंने कहा, 'हम क्षेत्र में मानव संसाधन और संस्थागत क्षमताएं विकसित करने के लिए साझेदारी कर सकते हैं, हमारी प्राथमिकताएं मिलती हैं, इसलिए हमारे विकास के अनुभव आपकी राष्ट्रीय जरूरतों के संगत होंगे। मोदी ने कहा, '21वीं सदी की परस्पर-निर्भर दुनिया आर्थिक अवसरों से भरी है। इसके सामने भू-राजनीतिक जटिलताएं और सुरक्षा संबंधी चुनौतियां भी हैं और क्षेत्र के देशों के बीच संपर्क हमारी आर्थिक समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है।

एससीओ
चीन की अगुवाई में बने एससीओ को नाटो का मुकाबला करने वाले संगठन के तौर पर देखा जा रहा है।
2001 में हुआ था शंघाई सहयोग संगठन का गठन
06 सदस्य देश हैं फिलहाल। चीन, रुस, उजबेकिस्तान, तजाकिस्तान, किरगिस्तान, कजाकिस्तान।
02 नए सदस्य बन रहे हैं पाकिस्तान और भारत।

  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »