वाशिंगटन। अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए के निदेशक जॉन ब्रेन्नन ने कहा कि आंतकवादी समूह इस्लामिक स्टेट ने रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है और वे रासायनिक हथियार के तौर इस्तेमाल होने वाले अल्प मात्रा के क्लोरीन एवं मस्टर्ड गैस (सल्फर मस्टर्ड) बनाने की क्षमता रखते हैं। ‘सीबीएस न्यूज’ को दिए ब्रेन्नन के साक्षात्कार के अंश कल जारी किए गए, जिसमें कहा गया हमारे पास ऐसे कई उदाहरण हैं जिनमें आईएसआईएल (आईएसआईएस) ने जंग के मैदान में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है।
एक सवाल के जवाब में ब्रेन्नन ने कहा ऐसी सूचनाएं हैं कि आईएसआईएस की रासायनिक व्यापारियों और हथियारों तक पहुंच है, जिसका वे इस्तेमाल कर सकते हैं। सीबीएस न्यूज’ के मुताबिक, सीआईए का मानना है कि आईएसआईएस के पास अल्प मात्रा के क्लोरीन अैर मस्टर्ड गैस के उत्पादन की क्षमता है।
ब्रेन्नन ने इस संभावना से भी इनकार नहीं किया कि इस्लामिक स्टेट समूह वित्तीय लाभ के लिए अन्य देशों को हथियारों का निर्यात करने की कोशिश कर सकता है। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा मुझे लगता है कि उनके पास इन रसायनों के निर्यात की क्षमता है। इसलिए यह बहुत आवश्यक है कि तस्कर मागो’ के तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले वभिन्न परिवहन मागो’ को अवरूद्ध किया जाए।