नई दिल्ली। शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन संविधान पर चर्चा करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इशारों ही इशारों में कांग्रेस को असहिष्णुता के मसले पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि असहिष्णुता की बात करने वाली कांग्रेस को पहले आपातकाल को याद करना चाहिए। कांग्रेस ये कैसे भूल गई। कांग्रेस को देश को बताना चाहिए कि वह क्या था?
जेटली ने जब यह बयान दिया तब सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। बता दें कि सरकार ने संविधान के 65 साल पूरे होने के मौके पर संसद में दो दिन की विशेष चर्चा रखी है। गुरुवार को इस पर लोकसभा में चर्चा हुई थी। राज्यसभा में शुक्रवार को चर्चा का पहला दिन है।
जेटली ने कहा कि आज टीवी स्क्रीन पर कोई आकर गैर जिम्मेदाराना बयान दे दे तो उसे असिष्णुता कह देते हैं। जबकि पूरे देश में एक साथ असहिष्णुता थोपी गई थी उसे कांग्रेस किस तरह से देखती है।
अरुण जेटली शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन राज्यसभा में संविधान को लेकर हो रही चर्चा में सरकार की तरफ से अपना पक्ष रख रहे थे। गुरुवार को सोनिया गांधी के दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी संविधान सभा में थे।