नई दिल्ली। नोटबंदी को आज तीन साल हो गए है और खबरें आ रही हैं कि एक बार फिर से सरकार कुछ नोट बंद कर सकती है। अब 2000 रुपये के नोटों को बंद किया जा सकता है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक इस नोट की मांग ज्यादा नहीं है और इसे चलाने में लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस बारे में पूर्व वित्त सचिव का कहना है कि 2000 रुपये के नोट को बैन किया जा सकता है। दरअसल 31 अक्टूबर को वीआरएस ले चुके पूर्व वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने 2000 के नोटों को बंद करने का सुझाव सरकार को दिया है। गर्ग का कहना है कि 2000 के नोटों का बड़ा हिस्सा चलन में नहीं है और इनकी जमाखोरी हो रही है।
गर्ग ने कहा है कि 2000 के नोट बंद करने से कोई परेशानी नहीं होगी। पूर्व वित्त ने कहा कि दुनियाभर में लोग डिजिटल पेमेंट की ओर बढ़ रहे हैं, भारत में भी इसे लोग अपना रहे हैं। गर्ग ने सरकार को 72 पन्नों का एक सुझाव भेजा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि बड़े कैश लेन-देन पर टैक्स या शुल्क लगाने, डिजिटल पेमेंट को आसान बनाने जैसे कदमों से देश को कैशलेस बनाने में मदद मिलेगी। वहीँ कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार 2000 रुपये के नोटों की छपाई में धीरे-धीरे कटौती कर रही है और इस वर्ष 2000 के नोटों की छपाई नहीं की गई है।
एक आरटीआई के जवाब में सरकार की ओर से जानकारी मिली है कि 2000 रुपये के नोटों का ज्यादातर इस्तेमाल अवैध कामों में किया जा रहा है। खास तौर पर इसका ज्यादातर इस्तेमाल स्मगलिंग के लिए किया जा रहा है। अधिकारियों ने यह भी बताया है कि उन्होंने आंध्र-तमिलनाडु सीमा पर 2,000 रुपये के नोटों के 6 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी बरामद की थी।