इंडोनेशिया में अगर कोई महिला पुलिस में भर्ती होना चाहती है तो वह उसके लिए बिल्कुल भी आसान नहीं है। यहां पर महिलाओं को पुलिस में भर्ती होने से पहले उच्च शिक्षा पूरी करना, शादी ना होना और 17.5 से 22 वर्ष की उम्र होना। इंडोनेशिया में सालों से महिलाओं की पुलिस भर्ती के पहले उनकी वर्जिनिटी टेस्ट की बातें सामने आती रही हैं। लगातार दावे किए जाते रहे हैं कि पुलिस में भर्ती होने से पहले यहां महिलाओं को टू-फिंगर टेस्ट से गुजरना पड़ता है।
यहां महिलाओं को पुलिस में भर्ती होने के लिए ‘टू फिंगर टेस्ट’ यानी ‘वर्जिनिटी टेस्ट’ देना पड़ता है। इस टेस्ट में वजाइना में दो उंगलियां डालकर देखा जाता है, हाईमन टूटा है या नहीं है। हाईमन का न टूटना सेक्स नहीं करने का सबूत माना जाता है। हाईमन वह झिल्ली है जो योनि के बाहरी प्रवेशद्वार को अधिकांशतः ढके रहती है। हालांकि कई मामलों में हाईमन सेक्स के अलावा एक्सरसाइज या एक्सीडेंट से भी टूट सकता है।
इंडोनेशिया की पुलिस के मुताबिक टेस्ट की जरूरत इसलिए है क्योंकि ‘अच्छी लड़कियां’ ही अच्छी पुलिस बन सकती हैं। उनके मुताबिक अच्छी लड़की वो है जिसने सेक्स नहीं किया। ये टेस्ट कई सालों से किया जा रहा है पर नियम कहीं लिखा नहीं है। इस टेस्ट के खिलाफ 2014 में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने गाइडलाइन जारी की थी। पर इंडोनेशिया सरकार ने इसे बंद नहीं किया।