स्पूतनिक। इराक ने सीरिया में शांति स्थापना के उद्देश्य से कजाखस्तान की राजधानी अस्ताना में जुलाई में होने वाली अगले दौर की बातचीत के लिए अपने पर्यवेक्षकों को भेजना का फैसला किया है। रूस में इराक के राजदूत हैदर मंसूर हादी ने बुधवार को कहा, ‘‘इराक की सरकार अस्ताना में होने वाली बैठकों के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त करेगी जो इराक का प्रतिनिधित्व करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि लेबनान और इराक को अस्ताना वार्ता में पर्यवेक्षकों के रूप में आमंत्रित किया गया है। हादी ने कहा कि इराक बातचीत में शामिल होने को लेकर रूस, अंकारा और ईरान के साथ काम कर रहा था और अब इराक को न्योता मिल गया है। उन्होंने कहा कि इराक की सुरक्षा सीरिया की स्थिति पर निर्भर है। राजदूत ने कहा, ‘‘हमने इन बैठकों का हिस्सा होने के लिए रूस, तुर्की और ईरान के साथ मिलकर कड़ी मेहनत की है।
अब इराक और लेबनान को इसके लिए आमंत्रित किया गया है। हम आगे की बैठकों में शामिल होने जा रहे हैं क्योंकि सीरिया की सुरक्षा इराक की सुरक्षा है, क्योंकि सीरिया में जो भी होता हे उससे इराक प्रभावित होता है। हम लोग पहले दिन से ही कड़ी मेहनत कर रहे हैं, हम सीरियाई लोगों की मदद करने के लिए सीरिया में स्थिति को सामान्य करने के लिए काम कर रहे हैं।’’ इससे पहले अप्रैल में सीरिया में रूस के विशेष दूत अलेक्जेंडर लावरेंटयेव ने कहा था कि रूस, तुर्की और ईरान ने इराक और लेबनान को पर्यवेक्षकों के रूप में अस्ताना बातचीत में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। इससे पहले कजाखस्तान की राजधानी अस्ताना में 25-26 अप्रैल को वार्ता हुई थी। सीरिया वर्ष 2011 से सरकार, विपक्ष और आतंकवादी समूहों के बीच सशस्त्र संघर्ष में उलझा हुआ है। सीरिया में शांति स्थापित करने के लिए अस्ताना में बैठकों समेत कई विभिन्न मंचों पर विचार-विमर्श किया गया है। सीरिया में सुलह के लिए रूस, तुर्की और ईरान के बीच पहले दौर की बातचीत 2016 में हुई थी।