लखनऊ। यूपी में मायावती और अखिलेश की पार्टी का गठबंधन हो गया है। लोकसभा चुनावों के मद्देनजर यह गठबंधन बहुत अहम है। वहीं अखिलेश यादव ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि भाजपा के राज्य में उत्तर प्रदेश में हालात बेहद खराब है। अस्पतालों में बीमार लोगों का इलाज करने से पहले उनकी जाति पूछी जाती है। बीजेपी ने यूपी को जाति प्रदेश बना दिया है। यहां पर लोगों के काम करवाने से पहले उनकी जाति पूछी जाती है। धर्म के नाम पर बीजेपी ने सारे भारत में नफरत फैलाई है। लेकिन अब बीजेपी के अत्याचारों का अंत हो जाएगा।
अखिलेश ने कहा कि अगर बीजेपी वालों ने मायावती का अपमान किया तो वो मायावती का अपमान नहीं बल्कि मेरा अपमान माना जाएगा। मायावती का अपमान मेरा अपमान है। अखिलेश ने कहा कि मायावती को वो अगले प्रधानमंत्री के तौर पर देखते हैं। उन्होनें कहा कि उत्तर प्रदेश ने देश को बहुत से प्रधानमंत्री दिये हैं और मायावती अगर प्रधानमंत्री बनती हैं तो ये उनके लिए गर्व की बात है।
आपको बता दें कि सपा और बसपा ने 38-38 सीटों पर गठबंधन कर लिया है। आने वाले चुनावों में दोनों बराबरी की सीटों पर चुनाव लड़ेंगी और 2 अन्य सीटों को कांग्रेस के लिए छोड़ दिया गया है। 25 साल पुराने दो दुश्मन अब लोकसभा चुनावों के लिए एकसाथ हो गए हैं। दोनों पार्टिय़ां भाजपा को सत्ता से उतारना चाहती हैं। ये दोनों का गठबंधन तो हो गया है, अब देखना यह है कि आने वाले चुनावों में बुआ-भतीजे का ये गठबंधन क्या रंग लाता है।