नई दिल्ली। ग्लोबल कार्ड पेमेंट्स कंपनी मास्टर कार्ड ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को विदेशी सर्वरों से एक खास तारीख से भारतीय कार्ड होल्डरों के डेटा को हटाने की बात कही है, लेकिन कंपनी ने चेतावनी दी है कि इससे कार्ड होल्डरों की सुरक्षा को खतरा भी पैदा होने के साथ-साथ लेनदेन में विवाद भी पैदा हो सकता है। कंपनी ने यह भी कहा है कि यह काम इतना आसान नहीं है, जितना समझा जा रहा है।
मास्टरकार्ड, इंडिया एंड और दक्षिण एशिया प्रभाग के प्रभारी पौरुष सिंह ने कहा कि कंपनी 200 से अधिक देशों में परिचालन करती है, लेकिन भारत के अलावा किसी अन्य देश ने उसे अपने नागरिकों से संबंधित सूचनाओं को विदेशी सर्वर से मिटाने के लिए नहीं कहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अप्रैल में नए नियम जारी किए थे, जिसमें भुगतान कंपनियों को भारतीय नागरिकों के लेनदेन से जुड़े सभी आंकड़े भारत में स्थापित कम्प्यूटर डाटा-संगह सुविधाओं में ही रखना अनिवार्य कर दिया गया है। यह नियम 16 अक्टूबर से लागू हो गया है।