नई दिल्ली। भारत के साथ मैत्री एवं सहयोग के संबंधों को पुन: प्रगाढ़ एवं सशक्त बनाने के उद्देश्य से मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह अपनी पहली विदेश यात्रा पर आज यहां पहुंच गए। पालम वायुसैनिक हवाई अड्डे पर केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने श्री सोलिह की अगवानी की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि मालदीव के राष्ट्रपति का पद संभालने एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की माले यात्रा के एक माह के अंदर पहली विदेश यात्रा पर भारत आना दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण एवं सहयोगी रिश्तों को प्रगाढ़ एवं सशक्त बनाने की इच्छाशक्ति का परिचायक है।
सोलिह का कल सुबह राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में रस्मी स्वागत किया जाएगा। इसके बाद वह राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। दोपहर 12 बजे दोनों नेता हैदराबाद हाउस में बैठक करेंगे। शाम को वह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से मिलेंगे और मंगलवार को आगरा में ताज महल का दीदार करके वहीं से माले रवाना हो जाएंगे।
सोलिह से 17 नवंबर को मालदीव के राष्ट्रपति के पद की शपथ ली थी। प्रधानमंत्री मोदी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए एक दिन की संक्षिप्त यात्रा पर माले गए थे। मोदी ने श्री सोलिह को भारत आने का निमंत्रण दिया था जिसे श्री सोलिह ने तुरंत स्वीकार कर लिया था। उल्लेखनीय है कि पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के कार्यकाल में भारत एवं मालदीव के संबंध खराब हो गये थे।
मालदीव में चीन के अंधाधुंध निवेश और उसे सामरिक महत्व के टापुओं को चीन को सौंपने से हिन्द महासागर में भारत की सुरक्षा चुनौतियां बढ़ गयीं थी। इस साल के आरंभ में मालदीव में आपातकाल की घोषणा और उसके बाद के राजनीतिक घटनाक्रमों से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था लेकिन सितंबर में हुए आम चुनावों में श्री यामीन की करारी हार और भारत समर्थक श्री सोलिह की जीत से दोनों देशों में राहत महसूस की गई।