नई दिल्ली। मोरारी बापू को उनके भावपूर्ण शैली में तुलसीदास रचित राम चरित मानस की कथा कहने के लिए जाना जाता है। उन्होंने दुनियाभर में 800 से अधिक राम कथा की है। लेकिन पहली बार ऐसा है जब मोरारी बापू गुरुवार को कमाठीपुरा पहुंचे और यहां उन्होंने सेक्स वर्कर्स से मुलाकात की है। उन्होंने यहां तकरीबन 60 सेक्स वर्कर्स परिवार से मुलाकात की और उन्हें राम कथा सुनने के लिए अयोध्या आने का निमंत्रण दिया। अयोध्या में मोरारी बापू तुलसीदास रचित मानस मनिका का पाठ करेंगे, जोकि तुलसीदास और सेक्स वर्कर्स के बीच संवाद पर आधारित है।
मोरारी बापू ने अपने सहयोगियों से इन सेक्स वर्कर्स को अयोध्या ले जाने का प्रबंध करने का निर्देश दिया है। इन सेक्स वर्कर्स को फ्री में आना-जाना, खाना पीना, रहने की सुविधा दी जाएगी। कथा का आयोजन 22 से 30 दिसंबर के बीच किया जाएगा। मोरारी बापू गुरुवार रात तकरीबन 8.30 बजे कमाठीपुरा पहुंचे और यहां उन्होंने सेक्स वर्कर्स से मुलाकात की। यहां के लोगों से कहा गया था कि भगवान का आदमी आपसे मुलाकात करने के लिए आएगा। सेक्स वर्कर मुमताज ने बताया कि भगवान के आदमी यहां नहीं आते, लेकिन हम देखना चाहते हैं कि कौन यहां आ रहा है।
इस मुलाकात के दौरान मोरारी बापू ने इन लोगों से बातचीत के दौरान कहा कि वह खुश होंगे अगर आप लोग अयोध्या में कथा का श्रवण करने आएं। मोरारी बापू के इस आह्वान को स्वीकार करते हुए तमाम सेक्स वर्कर्स ने अयोध्या आने का वचन दिया। मोरारी बापू से लोगों ने अपने इलाके में घर नहीं होने, पुलिस का शोषण, सफाई जैसी समस्याओं को साझा किया। मोरारी बापू ने इन तमाम समस्याओं को सुनने के बाद लोगों के सिर पर हाथ फेरा। मोरारी बापू ने बताया कि मानस मनिका सेक्स वर्कर वसंती की कहानी है जोकि अयोध्या के सीमावर्ती इलाके में रहती थी।
वसंती ने तुलसीदास से उसके घर आने को कहा था और उसे भगवान राम की कहानी के बारे में बताने को कहा था। उसने कहा कि समाज ने उसका बहिष्कार कर दिया है लेकिन उसे इस बात का पूरा भरोसा है कि भगवान उसे समान दर्जा देगा। जिसके बाद तुलसीदार वसंती के घर गए और उसे रामकथा सुनाई। मोरारी बापू ने कहा कि इस कार्यक्रम का राम मंदिर से कोई लेना देना नहीं है। मानस गनिका का आयोजन अयोध्या में इसलिए हो रहा है क्योंकि यह अयोध्या की ही कथा है। राम मंदिर पर मेरा विचार स्पष्ट है शांति के साथ ही इसका समाधान होना चाहिए।