नई दिल्ली। आम नागरिकों के लिए सुप्रीम कोर्ट का कोर्टरूम और उसके फैसले ऐतिहासिक और इतिहास को बदलने वाले होते हैं, लेकिन कोर्टरूम को देखना उनके लिए एक सपने जैसा है। अब यह सपना केवल सपना नहीं रहेगा। गुरुवार को प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने औपचारिक तौर पर एक पोर्टल लांच किया है। इसके जरिये लोग एक घंटे के लिए कोर्ट परिसर का निर्देशित दौरा बुक कर सकते हैं। यह कहना है कि योजना से जुड़े अधिकारियों का। वर्तमान में केवल वकील, वकालत करने वाले इटर्न, कानून के छात्र, मुकदमेबाज और मीडिया के लोग ही कोर्ट के अंदर आ सकते हैं। यहां सुरक्षा इंतजाम बेहद कड़े हैं और यहां केवल सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी किए गए इलेक्ट्रोनिक कार्ड से ही एंट्री ली जा सकती है।
शनिवार का दिन तय
सुप्रीम कोर्ट में आम लोगों के दौरे के लिए एक वेबसाइट बनाई गई है जिसके जरिये आगंतुक दौरा करने की तारीख और 60 मिनट का समय चुन सकते हैं। अधिकारियों ने कहा कि यह दौरा केवल शनिवार के लिए ही होगा क्योंकि उस दिन कोर्ट में सुनवाई नहीं होती है। साल 2018 में इस बिल्डिंग ने अपने 60 साल पूरे किए हैं। एक प्रशिक्षित गाइड दौरे को संचालित करेगा।
यह होगी प्रक्रिया
- सुप्रीम कोर्ट में घूमने के लिए लोगों को कोई फीस नहीं देनी होगी।
- यह दौरा सुबह 10 बजे से 1 बजे तक का समय तय किया गया है।
- वेबसाइट पर दौरा बुक होने के बाद मोबाइल पर एक बार कोड का मैसेज आएगा।
- मैसेज को कोर्ट की रिसेप्शन डेस्क पर स्कैन कर अस्थायी प्रवेश कार्ड जारी होगा।