नई दिल्ली। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में मध्यप्रदेश के इन दोनों प्रमुख शहरों में मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी गई। कैबिनेट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि भोपाल में 27.87 किमी लंबा मेट्रो प्रोजेक्ट रहेगा वहीं इंदौर में 31.55 किमी लंबी मेट्रो कनेक्टिविटी रहेगी। दोनों परियोजनाओं के लिए केंद्र तथा प्रदेश सरकार आधा-आधा पैसा लगाएगी।
प्रथम चरण में ये रहेगा खास
- इंदौर में 7580 करोड़ रुपए की लागत से 31.55 किलोमीटर का रूट तैयार किया जाएगा।
- मेट्रो लाइन में केंद्र और राज्य की 50-50 फीसदी हिस्सेदारी होगी।
- मेट्रो रेल परियोजना को चार साल में पूरा किया जाएगा।
- भोपाल में 6941 करोड़ रुपए की लागत से 27.87 किलोमीटर का रूट बनेगा।
- भोपाल में दो मेट्रो कॉरिडोर 14.99 और 12.88 किलोमीटर के बनाएंगे।
यहां, ऐसे रहेगा मेट्रो प्रोजेक्ट
कनाड़िया चौराहे से हाई कोर्ट और बड़ा गणपति से एअरपोर्ट तक मेट्रो एलिवेटेड बनाई जाएगी। छह किमी एमआर-10 चौराहे से मुमताज बाग कॉलोनी के निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही स्टेशन, राजबाड़ा, बड़ागणपति से पहले तक अंडरग्राउंड रूट रहेगा और बड़ागणपति से मेट्रो बाहर निकलेगी। यहां से बीएसएफ होते हुए एअरपोर्ट एलिवेटेड के माध्यम से पहुंचा जाएगा। अफसरों की मानें तो मेट्रो का आॅफिस दो हिस्सों में बना रहे हैं। पहले में तकनीक से संबंधित कक्ष तैयार किया गया है, जबकि दूसरे आॅफिस है।