नई दिल्ली। आतंकियों और घुसपैठियों पर नजर रखने के लिए भारत के पास जल्द ही अमेरिकी प्रीडेटर ड्रोन उपलब्ध होगा। भारत को 2019 तक पर्याप्त संख्या में प्रीडेटर ड्रोन मिलने की उम्मीद है। उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि कोमकॉसा पर हस्ताक्षर के बाद इस सौदे को लेकर अमेरिका की ओर से कोई बाधा नहीं रह गई है।
भारत कुल 22 प्रीडेटर ड्रोन लेना चाहता है, लेकिन अगले साल तक करीब 10 से 12 ड्रोन भारत को मिलने की संभावना है। भारत और अमेरिका इस सौदे को अंतिम रूप देने के लिए कीमत तय करने को लेकर संपर्क में है। बीएसएफ के पूर्व एडीजी पी के मिश्र ने कहा कि अमेरिकी प्रीडेटर ड्रोन का पाक सीमा के अलावा, चीन की घुसपैठ पर नजर रखने और नक्सल इलाकों में भी उपयोग हो सकता है। पूर्व एडीजी ने कहा कि यह इतनी ऊंचाई से निगरानी करने की क्षमता रखता है, जो दुश्मन देश के राडार सिस्टम में न आए।