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'आप आतंक का निर्यात करते रहें और बातचीत भी करें, ऐसा नहीं चल सकता'

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Sep 14 2018 10:11AM | Updated Date: Sep 14 2018 10:11AM
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नई दिल्ली। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने निकट भविष्य में पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ बातचीत की संभावना से इंकार किया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि सीमा पार से जारी आतंकवाद को देखते हुए दोनों देशों के बीच वार्ता नहीं हो सकती। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान में नई सरकार के गठन के बाद से नियंत्रण रेखा (एलओसी) एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीजफायर उल्लंघन की घटनाओं में कमी नहीं आई है।
 
एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में रक्षा मंत्री ने कहा, 'आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं हो सकता। सीमा पर सीजफायर उल्लंघन की घटनाएं हो रही हैं और घुसपैठिए भारतीय क्षेत्र में दाखिल होने की फिराक में हैं।' रक्षा मंत्री ने यह बात पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बातचीत की पेशकश से जुड़े सवाल पर कही।
 
इमरान खान ने कहा है कि यदि भारत एक कदम चलता है तो पाकिस्तान दो कदम चलेगा। सीतारमण ने कहा कि 2014 में सत्ता में आने के बाद से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध रखने के हिमायती रहे हैं। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान अपनी मिट्टी से जब तक आतंकवाद को बढ़ावा देता रहेगा तब तक दोनों देशों के बीच बातचीत नहीं हो सकती। 
 
मुंबई बम ब्लास्ट का मुद्दा भी उठाया
'केंद्रीय मंत्री ने याद दिलाते हुए कहा कि मुंबई में आतंकी हमलों (26/11) के 10 साल हो गए हैं लेकिन इन हमलों के मास्टरमाइंड जो पाकिस्तान में हैं, उनके खिलाफ अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने हमलों के साजिशकर्ताओं के खिलाफ पाकिस्तान को कई दस्तावेज सौंपे हैं लेकिन उसने अब तक कोई स्पष्ट कार्रवाई नहीं की है।
 
रक्षा मंत्री का यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका ने दोनों देशों के बीच बातचीत के लिए उपयुक्त माहौल बनने की इच्छा जताई है। दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिए अमेरिका की मुख्य उप सहायक विदेश मंत्री एलिस वेल्स ने कहा, 'नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच सकारात्मक बातचीत के लिए यदि अनुकूल माहौल बनाया जाता है तो अमेरिका का रुख अत्यंत सहयोगात्मक रहेगा।' 
 
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