नई दिल्ली। भाजपा की दिल्ली में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के आखिरी दिन रविववार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान विपक्ष पर तीखा हमला बोला और पार्टी के लिए नया नारा 'अजेय भारत, अटल भाजपा' दिया। दूसरी तरफ भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 2019 में भाजपा फिर जीतेगी और अगले 50 सालों तक उसे कोई नहीं हरा पाएगा। प्रधानमंत्री ने महागठबंधन को स्वार्थ का गठबंधन बताते हुए कहा कि महागठबंधन का मतलब है- नेतृत्व का पता नहीं, नीति अस्पष्ट, नीयत भ्रष्ट।
विपक्ष है मजबूर
आज महागठबंधन की चर्चा है, जो लोग एक दूसरे को देख नहीं सकते, एक दूसरे के साथ चल नहीं सकते लेकिन आज साथ आने को मजबूर हैं, यह हमारी जीत है, हमारी कामयाबी है कि बिना साझा विचारों के वे साथ आने को मजबूर हैं। कांग्रेस के नेतृत्व को कोई स्वीकार करने को तैयार नहीं है। छोटे-छोटे दल भी कांग्रेस नेतृत्व को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं, कई तो उसे बोझ मानते हैं। यहां तक कि कांग्रेस के भीतर भी नेतृत्व को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
हमारे लिए सत्ता का मतलब कुर्सी नहीं
प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात का उदाहरण देकर बताया कि वहां 31 सालों से हमारी सरकार है क्योंकि हमें सत्ता का अहंकार नहीं है। उन्होंने पीएम के हवाले से कहा, '31 साल से हम गुजरात में शासन में हैं, वह गांधीजी और पटेल की धरती है। यह इसलिए हो पाया कि हमें सत्ता का अहंकार नहीं है। हम सत्ता को कुर्सी के तौर पर नहीं देखते बल्कि जनता के लिए काम करने का उपकरण समझते हैं। हम संकल्प के लिए जीते हैं। हमारी नीति भी है और रणनीति भी है।'
यह है भाजपा का राजनीतिक प्रस्ताव
- गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव पेश करते हुए अपने संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता 'आओ मिल कर दीप जलाएं' की तर्ज पर पार्टी कार्यकर्ताओं को नया नारा दिया-आओ मिल कर कमल खिलाएं।
- सरकार की विकास योजनाओं की बदौलत 2022 तक नए भारत के निर्माण का सपना पूरा होगा। 2022 में देश गरीबी, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, जातिवाद और संप्रदायवाद से मुक्त हो जाएगा।
- भाजपा के पास कार्यक्रम है, नेता है, नीति है और रणनीति भी है लेकिन विपक्ष के पास ना नेता है, ना नीति है और ना ही रणनीति है। वह हताश है और नकारात्मक सोच के कारण विकल्प ढूंढ़ने में लगा है। विपक्ष केवल 'मोदी रोको अभियान' चला रहा है जिसमें उसे जनता का साथ नहीं मिलेगा।
- भाजपा की गतिविधियां तेजी से बढ़ी हैं और वह छह राज्यों से बढ़कर 19 राज्यों में सत्ता में आ गयी है। यह लक्ष्य जनता से सीधे संवाद से पूरा हुआ है।
- त्रिपुरा, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के एक भाग से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (आफ्स्पा) को हटा दिया गया है। असम में भी जल्द ही कुछ होगा। नागा समझौते से वहां शांति कायम हुई है।