अगरतला। त्रिपुरा सरकार ने कांग्रेस की ओर से 10 सितंबर को आहूत 'भारत बंद' का विरोध करते हुए सरकारी कर्मचारियों को उस दिन अपने कार्य स्थल पर मौजूद रहने की चेतावनी दी है। कांग्रेस ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि के विरोध में 10 सितंबर को 12 घंटे की आम हड़ताल का आह्वान किया है। राज्य प्रशासन ने सभी कार्यालयों, सरकारी उपक्रमों और संगठनों को उस दिन सामान्य रूप से काम करने का निर्देश दिया है।
इस संबंध में जारी सरकारी आदेश में कहा गया है कि निर्देशों के किसी प्रकार के उल्लंघन को गंभीरता से लिया जाएगा। सभी अतिरिक्त मुख्य सचिवों, प्रधान सचिवों, सचिवों, विशेष सचिवों, अतिरिक्त सचिवों तथा विभागों के प्रमुखों से कहा गया है कि इस निर्देश से सभी कर्मचारियों को अवगत करा दिया जाये।
राज्य सरकार ने सभी संबंधित अधिकारियों को उस दिन विभिन्न कार्यालयों में उपस्थिति के बारे में रिपोर्ट देने को भी कहा है। साथ ही पुलिस अधिकारियों को सरकारी कार्यालयों में पूरी सुरक्षा व्यवस्था करने और उनमें सामान्य रूप से कामकाज सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं।
इस बीच त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बिरजीत सिन्हा ने राज्य की अन्य विपक्षी पार्टियों से आम लोगों को हो रही परेशानियों के विरोध में और तेल की कीमतों में कमी किये जाने की मांग को लेकर आयोजित राष्ट्रव्यापी बंद का समर्थन करने की अपील की है। सिन्हा ने आरोप लगाया, 'मोदी सरकार के गठन के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है तथा यूपीए के शासन के दौरान तेलों की कीमतों की तुलना में वृद्धि 50 प्रतिशत से अधिक हो गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी-इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट आॅफ त्रिपुरा सरकार के गठन के बाद से पेट्रोलियम उत्पादों पर दो प्रतिशत सेस बढ़ा दिया गया है जिससे आम लोगों की परेशानियां और बढ़ गई हैं।