नई दिल्ली। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि यह आधारहीन दलील है कि एक साथ चुनाव देश के संघीय स्वरूप के खिलाफ है, उन्होंने कहा कि एक साथ चुनाव कराने से देश का संघीय स्वरूप मजबूत होगा। लॉ कमीशन को लिखे आठ पन्नों के पत्र में शाह ने कहा कि एक साथ चुनाव कराने का विरोध करना राजनीति से प्रेरित लगता है।
उल्लेखनीय है कि एक साथ चुनाव कराने की व्यवहारिकता पर विधि आयोग विचार कर रहा है और वह अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप देने से पहले राजनीतिक दलों के विचार जान रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक साथ चुनाव कराने के पक्षधर रहे हैं।
बता दें कि इस मुद्दे पर आज बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल लॉ कमीशन के चेयरमैन से मिला। प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, भूपेंद्र यादव और अनिल बलूनी शामिल थे। बीजेपी लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने के पक्ष में है।
बीजेपी ने अपनी दलील में कहा कि लगातार चलते रहने वाली चुनावी प्रक्रिया के कारण विकास कार्य प्रभावित होते हैं। हमारा मत है कि जनप्रतिनिधित्व कानून में जरूरी संशोधन हो और 2024 तक इस पर सहमति बनाकर संसद में जरूरी कानूनी संशोधन पारित कराया जाना चाहिए।