नई दिल्ली। विपक्ष खासकर कांग्रेस लगातार दलित उत्पीड़न को लेकर मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर हमला कर रही है। पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और अमित शाह के बीच इस मुद्दे पर बयानबाजी भी देखी गई, जब बीजेपी अध्यक्ष ने उन्हें फैक्ट चेक करने की सलाह दे दी। राहुल ने भी ट्वीट कर जवाब दे दिया कि बीजेपी शासित राज्य दलितों के खिलाफ अपराध में टॉप पर हैं।
इस मुद्दे पर विपक्ष के इस कैंपेन का जवाब देने के लिए अब केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कमर कसी है। लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) मुखिया पासवान ने इसके लिए एक खास कार्ययोजना तैयार की है। रामविलास पासवान ने देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर एनडीए सरकार की तरफ से दलित हित में उठाए गए कदमों की जानकारी देने की योजना बनाई है। 2019 आम चुनावों से पहले पासवान की यह कवायद एक तरह से विपक्षी कैंपेन के जवाब के तौर पर ही देखी जा रही है।
एलजेपी सेक्रटरी जनरल अब्दुल खलिक ने कहा कि रामविलास पासवान के नेतृत्व में उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और कर्नाटक सहित देश के अन्य राज्यों में कार्यक्रम आयोजित करेगी।
इनमें से कई कार्यक्रमों में खुद रामविलास पासवान भी मौजूद रहेंगे। हालांकि बिहार से बाहर एलजेपी का कोई खास प्रभाव नहीं है लेकिन बीजेपी को लगता है कि पासवान जैसे दलित सहयोगियों का मुखर होना एनडीए को फायदा पहुंचाएगा। बीजेपी ने खासकर दलित और आदिवासी तबके से आने वाले अपने नेताओं को अपने समुदाय तक पहुंच बनाने का निर्देश दिया है।
यह कदम संसद से एससी-एसटी ऐक्ट संशोधन बिल के पास होने के बाद उठाया गया है। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने के लिए मोदी सरकार ने यह बिल पास कराया है। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के लिए उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे बड़े प्रदेशों में दलित वोट काफी अहम हैं।
इन प्रदेशों में महागठबंधन की चुनौती झेलने के लिए बीजेपी अपने वोट शेयर में इजाफा करने की कोशिशों में जुटी हुई है। उत्तर प्रदेश प्रदेश में जहां इसके मुख्य प्रतिद्वंद्वी एसपी और बीएसपी साथ आए हैं, वहीं बिहार में लालू यादव की आरजेडी ने जीतन राम मांझी और उदय नारायण चौधरी जैसे दलित नेताओं को अपने पाले में खींचा है। ऐसे में एनडीए की तरफ से रामविलास पासवान ने आक्रमण का जिम्मा संभाला है। उन्होंने शनिवार को विपक्षी दलों के दलित समर्थक गोने के दावे पर सवाल उठाए और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से 14 सवाल पूछे।