नई दिल्ली। इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानें रद्द होने के चलते इस साल मई तक 1 लाख 8 हजार यात्री प्रभावित हुए हैं। नागिरक उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा ने लोकसभा में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि साल के शुरूआती पांच महीनों में 1,824 उड़ानें रद्द हुई हैं, इनमें से ज्यादातर घरेलू थीं। सिन्हा ने अपने जवाब में उड़ानें रद्द होने की वजह नहीं बताई।
इंडिगो के प्रवक्ता ने बताया कि ज्यादा उड़ानें प्रैट और व्हिटनी इंजन वाले अ320 विमानों की उड़ान पर रोक लगने और खराब मौसम की वजह से रद्द हुई हैं। डीजीसीए ने इसी साल मार्च में प्रैट और व्हिटनी इंजन वाले नियो एयरबस के उड़ान पर रोक लगा दी थी। इन विमानों के इंजनों में हवा में बंद होने की शिकायत आ रही थी। वहीं, 2017 में इंडिगो की कुल 1,934 उड़ानें रद्द होने के चलते 52 हजार यात्री प्रभावित हुए थे।
यात्रियों को मिला 2 करोड़ 21 लाख रुपए मुआवजा
सरकार ने बताया, इस साल मई तक देश में कुल 3843 उड़ानें रद्द हुई हैं। इसके चलते 1 लाख 52 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। इन्हें एयरलाइंस द्वारा 2 करोड़ 21 लाख रुपए का मुआवजा दिया गया है। उड़ान रद्द के मामले में सबसे आगे इंडिगो ने अब तक सिर्फ 4 लाख 55 हजार का भुगतान किया है। वहीं, स्पाइस जेट ने 11 हजार 754 यात्रियों के लिए 72 लाख का मुआवजा दिया।