नई दिल्ली। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने गिरिजाघरों में कन्फेशन की प्रथा को प्रतिबंधित करने संबंधी राष्ट्रीय महिला आयोग की अनुशंसा का कड़ा विरोध करते हुए शनिवार को कहा कि यह प्रथा ईसाई धर्म का अभिन्न हिस्सा है और इसमें दखल नहीं दिया जाना चाहिए। अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सैयद गयूरुल हसन रिजवी ने कहा कि अल्पसंख्यक आयोग इस सिफारिश का विरोध करता है। उन्होंने कहा कि यह ईसाई धर्म का अभिन्न हिस्सा है और इसमें किसी को दखल नहीं देना चाहिए।
महिला आयोग का तर्क
दरअसल, महिला आयोग का कहना है कि उसने गिरिजाघरों में कन्फेशन की प्रथा पर रोक लगाने की अनुशंसा की है क्योंकि इससे महिलाओं को ब्लैकमेल किए जाने की आशंका रहती है। गिरिजाघरों में पादरी के समक्ष गलतियों को स्वीकार करने की परंपरा को कन्फेशन कहा जाता है। एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा था कि पादरी महिलाओं पर गोपनीय बातें बताने का दबाव डालते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है।