नई दिल्ली। अलवर में शुक्रवार को पशुतस्करी के आरोप में जिस शख्स की हत्या कर दी गई है वह अपने परिवार के लिए रोटी कमाने वाला अकेला शख्स था। भीड़ के हमले में जान गंवाने वाला रहबर खान हरियाणा के मेवात जिले का रहने वाला था। अब उसके आश्रितों के सामने जीने का संकट आकर खड़ा हो गया है। रहबर के घर में पत्नी, माता-पिता और सात बच्चे हैं।
रहबर खान के रिश्तेदारों ने बताया कि वह गांव में ही डेरी का बिजनेस शुरू करना चाहता था। इसके लिए वह कुछ लोगों से कर्ज भी लिया था। रहबर अपने दोस्त असलम के साथ राजस्थान के अलवर जिले के लालवंडी गांव दो गाय खरीदने गया था ताकि वह अपने डेरी कारोबार को और बड़ा कर सके।
गांव लौटे असलम ने रहबर के घरवालों को बताया कि वह र खेतों में छिप गया जबकि रहबर पर भीड़ ने हमला बोल दिया। असलम ने बताया कि दोनों लोग रहबर की मोटरसाइकिल में शाम पांच बजे गांव से निकले थे और रात को लालवंडी गांव पहुंचे थे। रहबर ने उसे यह बोलकर साथ ले गया था कि दो गाय खरीदने जाना है। उन लोगों के पास दो बछड़े पहले से थे।
दोनों वहां 60 हजार रुपए में दो गाय खरीदीं। रहबर गायों के पीछे - पीछे चल रहा था जबकि असलम मोटरसाइकिल पर किनारे -किनारे चल रहा था। तभी एक फायर की आवाज सुनाई दी और कुछ लोग यह कहते हुए उनके पीछे दौड़े कि कोई गाय चुराकर लिए जा रहा है। असलम के अनुसार, लोग उनकी ओर आ रहे थे तो वह डर के मारे खेतों में छुप गया, लेकिन रहबर गायों को पकड़कर चल रहा था तो वह नहीं भागा।