नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) आगामी बोर्ड परीक्षाओं से इंक्रिप्टेड (कोड वर्ड आधारित) पेपर प्रणाली लागू करने की योजना पर विचार कर रहा है। इसके तहत परीक्षा केंद्रों में ई-मेल के जरिये प्रश्न-पत्र भेजे जाएंगे, जो परीक्षा से कुछ घंटे पहले पासवर्ड के जरिये डाउनलोड हो सकेंगे। इन्हें परीक्षा केंद्र में ही प्रिंट तथा फोटोस्टेट करवाकर परीक्षार्थियों को वितरित किया जाएगा। पेपर लीक की घटनाओं के बाद सीबीएसई इस प्रणाली को भविष्य के लिए अहम मान रहा है।
सीबीएसई ने बीते दिनों कंपार्टमेंट परीक्षा में इंक्रिप्टेड पेपर प्रणाली को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू किया था। सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी के अनुसार, पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा है। इस प्रणाली को आगामी बोर्ड परीक्षाओं से लागू करने की योजना पर विचार किया जा रहा है। इसको लागू करने के लिए प्रत्येक परीक्षा केंद्र में हार्डवेयर, प्रिंटर, निर्बाध इंटरनेट कनेक्शन, बड़ी फोटोस्टेट मशीन और विद्युत आपूर्ति सेवा की जरूरत होगी, इसीलिए उन्हीं स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाने जाएंगे जहां सुविधाएं उपलब्ध हैं।
टैबलेट पर नहीं किया विचार
अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि बोर्ड परीक्षा में इंक्रिप्टेड पेपर प्रणाली लागू करने से पहले टैबलेट के जरिये छात्रों को प्रश्न-पत्र उपलब्ध कराने का प्रस्ताव भी आया था, लागत अधिक होने के कारण इस पर विचार नहीं किया गया।
1.5 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं का किया मूल्यांकन
अनुराग त्रिपाठी के अनुसार, सीबीएसई ने इस वर्ष बोर्ड की करीब 1.5 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया था, जिनमें से सिर्फ 0.4 फीसद के मूल्यांकन में मानवीय भूल के कारण कुछ खामियां रहीं।