नई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अमेरिका के दबाव में राष्ट्रहित से समझौता करने का आरोप लगाते हुए उनसे देश को यह बताने की मांग की है कि ईरान से तेल आयात में बड़े पैमाने पर कटौती किन कारणों से की गई है। कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने गुरुवार को यहां पत्रकारों से कहा कि पेट्रोल और डीजल की आसमान छू रही कीमतों से देश का जनमानस पहले ही त्रस्त है और अब ईरान से बड़े पैमाने पर तेल आयात में कटौती करके आम आदमी को लूटने की तैयारी है। तेल आयात में कटौती से तेल के दाम बढ़ेंगे और इसका सीधा असर मंहगाई पर पड़ेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका और ईरान के संबंधों में आयी कड़वाहट के कारण मोदी सरकार ने अमेरिका के समक्ष घुटने टेके हैं और देशहित से समझौता किया है।
उन्होंने कहा कि ईरान देश की 15 प्रतिशत तेल जरूरत को पूरा करता है और चीन के बाद भारत उसका दूसरा सबसे बड़ा ग्राहक है। भारत ईरान से प्रतिदिन 7.70 लाख बैरल तेल का आयात करता है लेकिन अमेरिका के सामने झुकते हुए तेल आयात में कटौती की गयी और हर दिन महज 5.70 लाख बैरल तेल का आयात किया जा रहा है।
प्रवक्ता ने कहा कि देश अपनी तेल जरूरत को पूरा करने के लिए 80 प्रतिशत तेल आयात करता है। ईरान के साथ हमारे संबंध अच्छे हैं और उससे तेल आपूर्ति में कटौती नहीं की जानी चाहिए थी लेकिन मोदी सरकार ने यह कदम उठाकर देश की जनता की गाढी कमाई पर सेंध लगा दी है। देश में तेल का आयात घटने से सरकार इसकी कीमत बढा सकती है।