नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि अहमदाबाद की जिस सहकारी बैंक के अमित शाह निदेशक हैं, उसमें नोटबंदी के दौरान 5 दिन में 750 करोड़ के पुराने नोट बदले गए थे। राहुल ने ट्वीट किया, ''अमित शाहजी बधाई! सबसे ज्यादा नोट बदलने के मामले में आपकी बैंक को पहला स्थान मिला। नोटबंदी से लाखों लोगों की जिंदगी बर्बाद हो गई, उपलब्धि के लिए बधाई।''
मोदी सरकार ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी कर 500 और 1000 के पुराने नोटों को चलन से बाहर कर दिया था। इसके बाद 14 नवंबर 2016 को सरकार ने कालाधन जमा होने की आशंका से सहकारी बैंकों में पैसा जमा कराने पर रोक लगाई थी।
राहुल गांधी ने एक आरटीआई अर्जी के हवाले से भाजपा अध्यक्ष पर आरोप लगाए। एक आरटीआई अर्जी पर मिले जवाब के मुताबिक, जिन बैंकों में नोटबंदी के दौरान पैसा जमा हुए, उनमें अहमदाबाद की जिला सहकारी बैंक भी पीछे नहीं थी। वहां 500 और 1000 के 750 करोड़ रुपए मूल्य के पुराने नोट जमा हुए थे।
बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, अमित शाह कई साल से अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक के निदेशक हैं। वे 2000 में इस बैंक के अध्यक्ष भी रहे। नोटबंदी के बाद इस बैंक में नवंबर 2016 से 31 मार्च 2017 तक कुल 5,050 करोड़ रुपए जमा हुए। इस दौरान बैंक का कुल फायदा 14.3 करोड़ रुपए रहा।
इसके अलावा राजकोट जिला सहकारी बैंक में भी इस दौरान 693.19 करोड़ रुपए जमा हुए। इस बैंक के अध्यक्ष जयेश भाई विट्ठलभाई रादड़िया हैं, जो इस समय गुजरात सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।कांग्रेस ने भाजपा शासित राज्यों पर सवाल उठाए:रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट में कहा कि अमित शाह के लिए नोटबंदी 'नोटबदली' बन गया।
गुजरात की 11 सहकारी बैंकों, जिनमें भाजपा नेता निदेशक थे, उनमें नोटबंदी के बाद 5 दिन में 3 हजार करोड़ रुपए जमा हुए। वहीं, भाजपा की सरकार वाले 11 राज्यों की सहकारी बैंकों में कुल 14 हजार 293 करोड़ रुपए जमा हुए थे।