नई दिल्ली। शिष्या के साथ दुष्कर्म के आरोपी दाती मदन ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी। दाती ने कहा कि मैं भगोड़ा नहीं हूं। मेरा गुनाह हो तो फांसी दे दो, कुछ नहीं कहूंगा लेकिन नारी का अपमान नहीं होने दूंगा। इससे पहले दिल्ली क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को सात घंटे तक दाती से 100 से ज्यादा सवाल पूछे थे। इस पूछताछ की वीडियोग्राफी भी करवाई गई। हालांकि, पुलिस कुछ जवाबों से संतुष्ट नजर नहीं आई। पुलिस ने रात 10 बजे उसे छोड़ दिया। शुक्रवार को फिर बुलाया है। दाती ने कहा- "ये मामला पैसों का है। कुछ लोग मेरे खिलाफ साजिश कर रहे हैं।
नारी का अपमान नहीं होना चाहिए। मैंने पुलिस के सामने अपना पक्ष रखा। जांच में जब भी बुलाया जाएगा, मैं उपस्थित रहूंगा। मैं बेटियों का बाप हूं। सैकड़ों बेटियों को जिस बाप ने पाला है, उस पर कलंक लगा है। नारी के नाम पर कलंक ना लगाया जाए, जांच हो इसकी।''
दाती साउथ दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में ठहरा था। मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे वह वकील और दो अन्य लोगों के साथ चाणक्यपुरी स्थित क्राइम ब्रांच पहुंचा। वह अपनी परंपरागत वेशभूषा में था। उसे पूछताछ के लिए पहली मंजिल पर बने कमरे में ले जाया गया, जहां डीसीपी क्राइम राजेश देव, एसीपी जसबीर सिंह, इंस्पेक्टर रितेश कुमार मौजूद थे। पहली बार हुई पूछताछ के वक्त बाबा के साथ उसके वकील भी मौजूद थे। दूसरी बार अफसरों ने उनसे अकेले में पूछताछ की। अब बाबा के
दाती के खिलाफ फतेहपुर बेरी थाने में 10 जून को दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले में दाती के साथ चार अन्य आरोपी बनाए गए हैं। दुष्कर्म का दो साल पुराना मामला होने से पुलिस भी हर कदम सोच समझकर रख रही है। अब दूसरे चरण में बाबा के अन्य सहयोगी आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। पुलिस अब पीड़िता द्वारा लगाए गए आरोप और दाती द्वारा दिए गए जवाब का विश्लेषण करेगी। उन्हें वेरिफाई किया जाएगा कि इनमें से कौन झूठ बोल रहा है।