नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हुनरमंदों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की सुनते हैं और किसानों, पिछड़ों, कामगारों, श्रमिकों और युवाओं की समस्याओं को नजरअंदाज कर देते हैं। कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग द्वारा यहां आयोजित अखिल भारतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछड़े वर्ग के समुदाय की सबसे ज्यादा उपेक्षा की है। उन्हें उनका हक नहीं दिया गया है। मेहनत पिछड़ा वर्ग का किसान और हुनरमंद व्यक्ति करता है और उसके हुनर का फायदा कोई अन्य व्यक्ति उठा लेता है। यह भाजपा सरकार की नीति का हिस्सा बन चुका है।
उन्होंने कहा मोदी सरकार में कामगारों को नकारा गया है और उनके हुनर तथा कौशल को महत्व नहीं दिया गया है। हुनरमंदों को कमरे में बंद कर रखा जाता है और उसके हुनर का फायदा कोई दूसरा उठा रहा है। किसान और मजदूर दिनभर मेहनत करते हैं और फायदा उन 15-20 लोगों को मिलता है जो भाजपा को मोटी रकम देते हैं। रणनीति साफ है कि पूरा का पूरा फायदा इन्हीं 15-20 लोगों को मिले। एक साल में मोदी सरकार ने उद्योगपतियों को 2.5 लाख करोड़ रुपये दिये हैं लेकिन किसान को एक रुपया नहीं दिया और ना ही उनका कर्ज माफ होने वाला है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस हमेशा पिछड़ों के साथ खड़ी रही है। उनकी पार्टी का 70 साल का इतिहास है कि पिछड़ों को उसने पूरा सम्मान दिया है लेकिन मोदी सरकार के आने के बाद पिछड़ा वर्ग के लोगों को अपने अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष करना पड रहा है। गांधी ने देशभर से आये पिछड़ा वर्ग के लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस उन्हें उनका पूरा हक देगी। उन्होंने कहा आपको थोड़ी सी जगह नहीं देंगे। आपका जो हक है कांग्रेस पार्टी आपका वह हक आपको पूरा देगी। हम पिछड़ा वर्ग को उनकी आबादी के हिसाब से लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभाओं में लाना चाहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार में आरएसएस के अलावा किसी और की नहीं सुनी जाती। यह बात खुद उसके सांसद कहते हैं कि उनकी बात नहीं सुनी जाती है। संसद परिसर में भाजपा के सांसदों ने उनसे कहा कि श्री मोदी के समक्ष वे एक शब्द भी नही बोल सकते। मोदी सिर्फ आरएसएस की सुनते हैं और आरएसएस के अलावा वहां किसी अन्य का महत्व नहीं है। ओबीसी, किसान, आदिवासी या किसी अन्य की यहां नहीं सुनी जाती।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जो स्थिति सामने है उसे देखते हुए लगता है " एक तरह से देश भरतीय जनता पार्टी के दो-तीन नेताओं तथा आरएसएस का गुलाम बन गया है। सात-आठ माह बाद श्री मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को समझ आ जाएगा कि ंिहदुस्तान को तीन लोग नहीं बल्कि देश की जनता ही चला सकती है।