नई दिल्ली। मौसम के कहर से उत्तर भारत सहमा हुआ है। मंगलवार को देश के कई हिस्सों में बारिश हुई। दिल्ली में तेज हवाएं चलीं, जबकि कुछ जगह बर्फबारी-ओलावृष्टि ने जीवन अस्त-व्यस्त किया। देश की राजधानी दिल्ली को लेकर भी चेतावनी और अलर्ट जारी किए गए। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर में तूफान का खतरा टल गया है। मगर तेज बारिश की संभावना अभी भी बनी हुई है। चंडीगढ़ और शिमला में दोपहर को मूसलाधार बारिश शुरू हुई। उत्तराखंड में बर्फीला तूफान आया है। तूफान-बारिश और बर्फबारी की वजह से केदारनाथ-बद्रीनाथ यात्रा फिलहाल रोक दी गई है।
केदारनाथ में लगातार हिमपात और बदरीनाथ के रास्ते में लामबगड में बारिश से हुए भूस्खलन के बाद पहाड़ी से गिर रहे बोल्डरों की वजह से दोनों हिमालयी धामों की तीर्थयात्रा मंगलवार को रोक दी गई। अधिकारियों का कहना है कि मौसम साफ होते ही यात्रा फिर शुरू हो जाएगी। केदारनाथ में सोमवार रात शुरू हुई भारी बर्फबारी मंगलवार तक जारी रही। इस वजह से प्रशासन ने श्रद्धालुओं को लिंचौली और भीमबली से आगे बढ़ने से रोक दिया। रुद्रप्रयाग कलेक्टर ने बताया कि लगातार हिमपात होने से पूर्व सीएम हरीश रावत, राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा और विधायक मनोज रावत समेत 450 से ज्यादा यात्री भी केदारनाथ धाम में फंस गए हैं।
12 मई को बड़ा खतरा, दिल्ली तेज आंधी
मंगलवार को आंधी, तूफान और बारिश के कारण ज्यादा दिक्कत नहीं हुई, लेकिन यह संकट अभी खत्म नहीं हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक 12 मई को फिर एक बार पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना बन रही है। अबकी बार यह विक्षोभ ईरान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान की ओर से आएगा। बड़ी बात यह कि इसकी गहनता भी कहीं ज्यादा होगी। ऐसे में जान-माल का नुकसान भी हो सकता है। यह विक्षोभ 2 मई को तबाही मचाने वाले पश्चिमी विक्षोभ से तो हल्का होगा, मगर उससे ज्यादा मजबूत होगा जिनकी 7 और 8 मई के लिए आशंका जताई गई थी। हालांकि विक्षोभ के कमजोर पड़ जाने से ऐसा कुछ हुआ नहीं, लेकिन 12 मई को बड़ा खतरा है।
मप्र के निचले इलाकों में खतरा
मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने के कारण बुधवार से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में तापमान बढ़ने का अनुमान व्यक्त किया है। हालांकि विभाग ने अगले पांच दिनों तक उत्तरी राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तरप्रदेश के कुछ इलाकों और उत्तर दक्षिण में पंजाब से लेकर मध्यप्रदेश के निचले इलाकों को सतर्क रहने को कहा है। इन इलाकों में 50 से 70 किमी प्रति घंटे की संभावित गति से तेज चक्रवाती हवाओं के साथ धूल भरी आंधी आ सकती है।
दिल्ली में मेट्रो रेल की रफ्तार धीमी होगी
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली और उससे सटे इलाकों में दो-तीन बार आंधी आ सकती है। यहां बारिश की संभावना भी रहेगी। ऐसे में दिल्ली पुलिस और दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने इसके लिए तैयारियां की हैं। तेज हवाओं को ध्यान में रखते हुए मेट्रो रेल की रफ्तार धीमी कर दी जाएगी।
तूफान के चार प्रमुख कारण
- अत्यधिक गर्मी
- नमी की मौजूदगी
- तावरण में अस्थिरता
- तूफानी सक्रियता