नई दिल्ली। पिछले एक हफ्ते से कुदरत मानों रूठी हुई है। अभी आंधी-अंधड़, तूफान और बारिश का खतरा देश के कई राज्यों पर मंडराया हुआ है। अब इसके साथ एक और कुदरती कहर की चेतावनी जारी हुई है और यह कहर आसमान से टूटने वाला है। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के मुताबिक, धरती पर इस समय सोलर तूफान का खतरा मंडरा रहा है।
इसकी वजह से अगले 24 से 48 घंटे दुनिया के लिए भारी पड़ सकते हैं। सोलर तूफान धरती की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। इससे टीवी, इंटरनेट, मोबाइल, बिजली जैसी सेवाएं ठप पड़ सकती हैं। माना जा रहा है कि दुनिया के कई देश इससे प्रभावित हो सकते हैं, जिनमें भारत भी शामिल है।
तूफान की पांच श्रेणियां
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इस सोलर तूफान को पांच श्रेणियों में बांटा है। जी-1 से लेकर जी-5 तक बांटे गए इस तूफान की जी-5 श्रेणी सबसे ज्यादा खतरनाक बताई जा रही है। जी-1 का असर सबसे ज्यादा बिजली उत्पादन पर पड़ेगा। भारत में भी इस तूफान का असर रहेगा।
सौर तूफान से यह होगा
- उपग्रह आधारित सेवाएं जैसे मोबाइल, केबल नेटवर्क, जीपीएस नैविगेशन ठप पड़ जाएंगे
- रेडिएशन के खतरे की भी आशंका है
- काफी तेज सौर हवाएं चलेंगी। तेज रोशनी दिखेगी।