नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे ही देश के दो प्रमुख दल कांग्रेस और भाजपा के नेता जनता के बीच जाकर अपनी-अपनी जीत के लिए हर एक तरह का दांव-पेंच आजमा रहे हैं। इसकी एक जंग सोशल मीडिया पर भी जारी है। गुरुवार को कांग्रेस पार्टी और बीजेपी के बीच ट्विटर पर शौचालय के मुद्दे पर जंग हुई।
भाजपा के ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया गया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के चार साल के शासनकाल में 350 करोड़ की लागत से सिर्फ 20 लाख घरों में शौचालयों का निर्माण कराया गया था। उधर, भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के चार सालों के शासनकाल में 2100 करोड़ की लागत से 34 लाख शौचालयों का निर्माण कराया गया है।
भाजपा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दावा किया कि कर्नाटक में भाजपा सत्ता में आती है तो राज्य का तेजी से विकास होगा। भाजपा के इस ट्वीट पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए लिखा कि यूपीए शासनकाल के दौरान एक शौचालय में 1750 रुपए का खर्च आता था, जो कि भाजपा के शासनकाल में यह बढ़कर 6177 रुपए पहुंच गया है। कांग्रेस ने इस बढ़ते खर्च पर सवाल उठाया और लिखा, छोटा मोदी+ बड़ा मोदी = स्वच्छ भारत।
कांग्रेस के इस ट्वीट के बाद भाजपा ने भी एक बार फिर ट्वीट किया और कहा कि डियर कांग्रेस, अपने ज्ञान के स्तर को उतना कम मत करिए, जितना आपके अध्यक्ष का है। भाजपा ने आगे लिखा कि केंद्र सराकर ने कर्नाटक सरकार को शौचालय बनाने के लिए 2100 करोड़ रुपए दिए थे। यदि आप कहते हैं कि पर्याप्त शौचालय नहीं बने तो ‘सिद्धरुपैया’ जी से पूछिए। गौरतलब है कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों पर 12 मई को चुनाव होना है।