नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक की तरह ही अब एक बैंक सवालों के घेरे में है। सीबीआई ने आईडीबाआई बैंक के 15 कर्मचारियों सहित एक्सेल सनशाइन प्राइवेट लिमिटेड के 24 कर्मचारियों के खिलाफ घोटाले का केस दर्ज किया है। बैंक अधिकारियों पर कंपनी के नाम से फर्जी लोन पास कराने का आरोप है। यह घोटाला 600 करोड़ रुपये का बताया जा रहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने आईडीबीआई बैंक पर कुछ दिनों पहले 3 करोड़ रुपये का जुमार्ना लगाया था। आईडीबाआई के उच्चाधिकारियों के पास एनपीए के बारे में तय नियमों के मुताबिक जानकारी न होने पर केंद्रीय बैंकर ने यह जुमार्ना लगाया था। बैंक ने 6 हजार करोड़ से अधिक के एनपीए की जानकारी छुपाई थी। आरबीआई के मुताबिक बैंक ने 6, 186 करोड़ के एनपीए के बारे में जानकारी नहीं दी, जिसके बारे में आरबीआई को बाद में पता चला, यह लोन राशि वित्त वर्ष 2016 की है।
आरबीआई के नियमों के अनुसार सभी बैंकों के लिए नियम हैं कि अगर उनका एनपीए 15 फीसदी से अधिक है तो इसकी जानकारी सार्वजनिक करनी होती है, आईडीबीआई का एक चौथाई से लोन एनपीए हो चुका है और आरबीआई इसको सही करने की कोशिश में लगा हुआ है। आरबीआई इससे पहले एक्सिस बैंक (3 करोड़ रुपये), यस बैंक (6 करोड़ रुपये) और आईसीआईसीआई बैंक (58.9 करोड़ रुपये) पर भी जुमार्ना लगा चुका है। वित्त वर्ष 2017 में भी आरबीआई को अन्य बैंकों के बारे में इस तरह की जानकारी मिली है, इन पर भी आगे चलकर जुमार्ना लगाय जा सकता है।