नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि आदिवासी समुदाय में महिलाओं को दिए जाने वाले आदर और सम्मान का बहुत महत्व है तथा यह समाज को महत्वपूर्ण सीख देता है।
वह यहां राष्ट्रपति भवन में नेहरू युवा केंद्र संगठन द्वारा आयोजित सातवें आदिवासी युवा आदान प्रदान कार्यक्रम में युवा प्रतिभागियों के एक समूह को संबोधित कर रहे थे।
मुखर्जी ने कहा कि आदिवासी समाजों से काफी कुछ सीखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज में उनकी महिलाओं को दिए जाने वाला सम्मान हमें अहम सबक देता है। हमें यह भी सीखना चाहिए कि आदिवासी समाज किस तरह बने रहे, फले फूले और प्रकृति के साथ कैसे अपने संबंध विकसित किए।’’
राष्ट्रपति ने कहा कि आदिवासी कल्याण का मतलब आर्थिक प्रगति के जरिए आदिवासी समुदायों के विकास भर से नहीं है बल्कि जीवनशैली की एक बड़ी अवधारणा से भी है, जो भाईचारे के साथ रहना सिखाती है।
मुखर्जी ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा स्थापित किया गया आदिवासी कल्याण का दर्शन उनकी समृद्ध और विविध सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण के जरिए मानव विकास करना था।
उन्होंने कहा कि आदिवासियों के उत्थान के लिए कोई नीति बनाने की चुनौती अब भी मौजूद है क्योंकि नीति निर्माताओं को मुख्य धारा की शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधा और आमदनी के अवसर सुनिश्चित करते हुए आदिवासियों की अलग संस्कृति और मूल्यों के साथ आदिवासी पहचान के बीच एक सही संतुलन बिठाना होगा।