नई दिल्ली। केंद्र सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन ने उम्मीद जताई है कि मानसून कमजोर रहने की स्थिति में पर्याप्त अनाज भंडार की बदौलत मुद्रास्फीति नियंत्रण में रहेगी। उन्होंने आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए रिजर्व बैंक द्वारा अगले सप्ताह मौद्रिक नीति समीक्षा में मुख्य दर में कटौती पर जोर दिया है।
सुब्रमणियन ने कहा कि अप्रैल में कर संग्रह में बढ़ोतरी से चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर बढ़कर करीब नौ प्रतिशत तक पहुंचने का संकेत है, जो पिछले वित्त वर्ष में 7.4 प्रतिशत थी। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक चीन की तरह ब्याज दरों में कटौती करे ताकि घरेलू मुद्रा का अवमूल्यन हो, भारतीय निर्यात प्रतिस्पर्धी बने और ‘मेक इन इंडिया’ अभियान में मदद मिले। सुब्रमणियन नरेंद्र मोदी सरकार के एक साल पूरे होने पर मीडिया से रूबरू हो रहे थे। उन्होंने कहा कि चालू खाते का घाटा जो साल भर पहले बड़ी चिंता का विषय था, चालू वित्त वर्ष में एक प्रतिशत से कम रहेगा।