नई दिल्ली। देशभर में बुधवार को अक्षय तृतीया मनाई जा रही है। शादी के सबसे शुभ मुहूर्त के साथ लोग आज के दिन सोना-चांदी की खरीदारी भी करते हैं। इस बीच देश के कई राज्यों में नकदी की भारी किल्लत देखी जा रही है। एटीएम में नकदी खत्म हो गई है। पिछले 48 घंटों से देश में हड़कंप मचा हुआ है। राजधानी दिल्ली में भी मंगलवार को लोग पैसे निकालने के लिए भटकते रहे।
यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में नकदी की किल्लत देखने को मिल रही है। गुजरात समेत कई राज्यों के बैंकों में नकदी निकालने की लिमिट भी तय कर दी है। हालांकि, वित्तमंत्री अरुण जेटली ने दावा किया कि देश में कैश की कोई कमी नहीं है, जो भी दिक्कत है, उसे एक हफ्ते में दूर कर लिया जाएगा।नकदी संकट से जूझ रहे राज्यों से भास्कर की ग्राउंड रिपोर्ट...
आरबीआई का कहना है कि उसके पास पर्याप्त नकदी है। लॉजिस्टिक वजहों से कुछ राज्यों में एटीएम में नकदी भरने और कैलिब्रेशन की प्रक्रिया जारी रहने से दिक्कतें हैं। फिर भी सभी चार नोट प्रेसों में छपाई तेज कर दी गई है। संदेह है कि दो हजार के नोटों की जमाखोरी हो रही। निपटने को 500 के नोटों की छपाई 5 गुना बढ़ाई जाएगी। 13 दिन में कैश डिमांड दोगुनी होने से 8 राज्यों में नकदी का संकट, नोटों की प्रिंटिंग 5 गुना बढ़ाएगी सरकार
बिहार में मांग से 35% तक ही करेंसी सप्लाई हो रही है। औरंगाबाद जिले में कैश नहीं मिलने पर लोगों ने सड़क जाम कर दी। नवीनगर में भीड़ ने पीएनबी पर ताला जड़ दिया। एक घंटे बैंककर्मी बंधक बने रहे। पटना के 1500 में से 650 एटीएम ठप हैं। जो चल रहे हैं, उनमें भी अक्सर कैश नहीं रहता। एसबीआई के एक कैश मैनेजर ने बताया कि नकदी जमा करने वाले कम और निकालने वाले अधिक आ रहे हैं। 10 साल में पहली बार ऐसा ट्रेंड दिखा है।