नई दिल्ली। क्रिकेट के मैदान पर अपने बल्ले से विपक्षी टीमों को जवाब देने के लिए मशहूर सचिन तेंदुलकर ने संसद की पिच पर भी आलोचकों को अपने ही अंदाज में जवाब दिया है। उन्होंने पिछले छह साल में राज्यसभा सांसद के तौर पर वेतन और भत्ते में मिले करीब 90 लाख रुपए प्रधानमंत्री राहत कोष में दान कर दिए।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने स्वीकृति पत्र को जारी कर यह जानकारी दी, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने सचिन तेंदुलकर का धन्यवाद किया है। इस स्वीकृति पत्र में कहा गया है, 'प्रधानमंत्री इसके लिए आभार व्यक्त करते हैं। आपका यह योगदान परेशान व्यक्तियों के लिए बहुत मददगार साबित होगा।' अपने कार्यकाल के दौरान, संसद में अपनी उपस्थिति कम दर्ज कराने के कारण सचिन तेंदुलकर को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। उनके साथ अभिनेत्री रेखा भी संसद में कम उपस्थिति को लेकर आलोचनाओं का शिकार रही थी।
सचिन तेंदुलकर के कार्यालय ने जो आंकड़ें जारी किए गए है उनके मुताबिक, उन्होंने देश भर में 185 परियोजनाओं को मंजूरी देने का दावा किया है, जिसमें शैक्षिक और संबंधित संरचनात्मक विकास के लिए 30 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिसमें कक्षाओं के निर्माण और नवीकरण शामिल हैं।
तेंदुलकर ने ग्राम आदर्श ग्राम योजना योजना के अंतर्गत दो गांवों को भी गोद लिया है, जिसमें आंध्र प्रदेश के पुट्टम राजू कंद्रिगा और महाराष्ट्र का दोंजा गांव शामिल है।उनका कार्यकाल 26 अप्रैल को खत्म हो रहा है। हाल में उन्हें अन्य रिटायर हो रहे सांसदों के साथ औपचारिक विदाई दी गई। भारत रत्न से सम्मानित सचिन को 26 अप्रैल 2012 को राज्यसभा सांसद मनोनीत किया गया था।