अहमदाबाद। गुजरात के भावनगर जिले में एक 21 वर्षीय दलित युवक को घुड़सवारी के शौक के चलते अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया। गांव के कुछ सवर्णों ने उसकी हत्या कर दी। मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। प्रदीप के पिता कालूभाई राठौड़ ने बताया कि उन्होंने करीब चार महीने पहले अपने बेटे के लिए घोड़ा खरीदा था।
उन्होंने बताया कि हत्या से एक सप्ताह पहले उनके परिवार को धमकी मिली थी। गांव के ही कुछ सवर्णों का कहना था कि दलितों को घुड़सवारी नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि टिम्बी और आसपास के इलाकों में किसी दलित के पास घोड़ा नहीं है। टिम्बी की जनसंख्या पांच हजार है, जिसमें अधिकतर दरबार और क्षत्रिय हैं। गांव में करीब 40 दलित परिवार रहते हैं।