नई दिल्ली। कांग्रेस ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की दसवीं और बारहवीं की परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि 'परीक्षा माफिया' को मिटाने की बजाय मोदी सरकार उन्हें बचा रही है और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि सरकार को बताना चाहिए कि उसने सीबीएसई के प्रश्नपत्र बनाने के तरीके में बदलाव किसके दबाव में किया है।
प्रश्न पत्र तैयार करने के परंपरागत और सुरक्षित तरीके को किसके कहने पर असुरक्षित बनाया गया है। सरकार का यदि यह खुद का फैसला था तो उसे बताना चाहिए कि इसकी क्या जरूरत थी। उन्होंने मोदी सरकार को हर मोर्चे पर कमजोर करार दिया और कहा कि बैंक डाटा, आधार डाटा सहित सभी डाटा लीक हो रहे हैं। पहले कर्मचारी चयन आयोग(एसएससी) की परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक कर नौकरी की उम्मीद में मेहनत करने वाले युवाओं के साथ अन्याय किया गया और सीबीएसई की परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक हो गए हैं
जिससे लाखों छात्रों के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। कांग्रेस नेता ने तंज करते हुए कहा कि जो सरकार छात्रों की परीक्षा के प्रश्नपत्र को सुरक्षित नहीं रख सकती वह सरकार देश को कैसे सुरक्षित रख पाएगी। उन्होंने कहा कि सीबीएसई के लीक हुए विषयों की दोबारा परीक्षा करायी जाएगी। यह परीक्षा कब होगी इसका अभी तय नहीं है। इससे छात्रों को कितना मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ रहा है यह बच्चे और उनके अभिभावक ही समझ सकते हैं।