नई दिल्ली। भूमंडलीकरण के दौर में उर्दू को बढ़ावा देने के लिए पांचवां विश्व उर्दू सम्मेलन कल से यहां शुरू होने जा रहा है जिसमें 18 देशों के उर्दू अदीब ,शायर, अखबार नवीस और विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे लेकिन इसमें पाकिस्तान शिरकत नहीं करेगा। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की स्वायत्त संस्था राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद के निदेशक इरतिजा करीम ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि तीन दिवसीय इस सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह करेंगे और अध्यक्षता केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी करेंगे।
सम्मेलन का आयोजन परिषद कर रही है। श्री करीम ने बताया कि सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रमुख देशों में अमेरिका और कनाडा के अलावा बंगलादेश ,तुर्की, उजबेकिस्तान,दोहा ,कतर आदि शामिल हैं जहां के 24 से 25 लोग आयेंगे। इसके अलावा दिल्ली के बाहर से 40 से 50 लोग शिरकत करेंगे। एक सवाल के जवाब में श्री करीम ने बताया कि पाकिस्तान से भी लोगों को आमंत्रित किया गया था लेकिन उन्हें वीजा नहीं मिल सका। वीजा न मिलने का कारण पूछे जाने पर श्री करीम ने कहा कि सरकारी नीतियों के कारण राजनीतिक मंजूरी न मिलना तथा गृह मंत्रालय की ओर से जांच प्रक्रिया में देरी इसका प्रमुख कारण था। उन्होंने कहा कि पहले पाकिस्तान से भी लोग आते थे लेकिन पिछले दो वर्षों से वीजा मिलने में कठिनाई हो रही है।
करीम ने कहा ,’ पाकिस्तान में जन्मे अन्य देशों के लोगों को भी वीजा मंजूरी नहीं मिल पायी। यह हमारी बदकिस्मती है और उम्मीद है कि सूरतेहाल बदलेगा और ज्यादा से लोग इसमें शामिल हो सकेंगे।’ उन्होंने बताया कि सम्मेलन में सरस्वती सम्मान एवं ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त लेखक शमशुरर्रहमान फारूकी,साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित प्रोफेसर बेग एहसास ,जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कुलपति प्रोफेसर तलत अहमद,दिल्ली उर्दू अकादमी के उपाध्यक्ष प्रो शहपर रसूल तथा अन्य हिस्सा लेंगे।
उर्दू भाषा,संस्कृति और वर्तमान वैश्विक समस्याएं’विषय पर आयोजित इस सम्मेलन में पहली बार चार सर्वश्रेष्ठ लेखों के लेखकों को नकद पुरस्कार भी दिये जाएंगे। बीज भाषण उर्दू के मशहूर विद्वान डा एम हमीदुल्लाह भट्ट देंगे। तीनों दिन दो -दो सत्र होंगे तथा विभिन्न विषयों पर संगोष्ठियां आयोजित होंगी। पहले दिन सूफियाना महफिल होगी जिसमें मुंबई की गायिका इन्द्रा नाइक गीत पेश करेंगीं। दूसरे दिन कवि सम्मेलन एवं मुशायरा होगा तथा अंतिम दिन लखनउू के अतरह नबी द्वारा निर्देशित नाटक’मैं उर्दू हूं ‘का मंचन होगा।