चेन्नई। पीएनबी घोटाले के बाद से बैंकों के लगातार नए-नए घोटाले खुलकर सामने आ रहे हैं। फिर एक मामले का खुलासा हुआ है। इसमें ज्वेलरी कारोबार से जुड़ी एक और कंपनी कनिष्क गोल्ड प्राइवेट लि. ने 14 बैंकों को 824 करोड़ रुपए का चूना लगाया है। एसबीआई की शिकायत पर सीबीआई ने चेन्नई की इस कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ केस
सीबीआई ने कंपनी के प्रमोटर्स और डायरेक्टर्स भूपेश कुमार जैन, पत्नी नीता जैन, तेजराज अच्चा, अजय कुमार जैन और सुमित केडिया और कुछ अज्ञात सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बैंकर्स का मानना है कि दोनों इस वक्त मॉरिशस में हैं। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। बुधवार को कनिष्क गोल्ड के आधिकारिक और आवासीय परिसरों पर छापेमारी भी की गई।
इन बैकों से इतना लोन लिया
स्टेट बैंक आॅफ इंडिया 215 करोड़
आईसीआईसीआई बैंक 115 करोड़
यूनियन बैंक आॅफ इंडिया 50 करोड़
सिडिकेट बैंक 50 करोड़
बैंक आॅफ इंडिया 45 करोड़
आईडीबीआई बैंक 45 करोड़
यूको बैंक 40 करोड़
तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक 37 करोड़
आंध्रा बैंक 30 करोड़
बैंक आॅफ बड़ौदा 30 करोड़
एचडीएफसी बैंक 25 करोड़
सेंट्रल बैंक 20 करोड़
कॉरपोरेशन बैंक 20 करोड़
रातोंरात बंद की दुकानें
कनिष्क गोल्ड को लोन देने वालों में स्टेट बैंक आॅफ इंडिया के अलावा निजी और सरकारी 14 बैंक शामिल हैं। 25 जनवरी 2018 को सीबीआई को लिखे एक पत्र में एसबीआई ने आरोप लगाया था कि कनिष्क गोल्ड रिकॉर्ड को बदलने की कोशिश और रातोंरात दुकानें बंद कर रही है। बैंकों के मुताबिक, कंपनी पर 824.15 करोड़ का कर्ज है और ब्याज मिलाकर यह रकम 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा हो सकती है। एसबीआई के मुताबिक, ज्वेलरी कंपनी ने मार्च 2017 में पहली बार आठ बैंकों के ब्याज का डिफॉल्ट किया था। वहीं, अप्रैल 2017 के बाद कनिष्क गोल्ड ने सभी 14 बैंकों का भुगतान नहीं किया।