नई दिल्ली। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मुंबई में रेलवे की भर्ती में आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे युवाओं से कहा कि रेलवे के भर्ती अभियान में 20 प्रतिशत पद अप्रेंटिसों के लिए आरक्षित किए गए हैं और पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष एवं पारदर्शी रहेगी। गोयल ने यहां एक बयान में कहा भारतीय रेलवे में एक व्यापक भर्ती अभियान चल रहा है। भारतीय रेलवे ने कानून एवं उच्चतम न्यायालय के दिशानिर्देशों के अनुरूप एक निष्पक्ष, पारदर्शी एवं प्रतिस्पर्द्धात्मक भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित करने की नीति बनायी है। उन्होंने कहा कि रेलवे ने पहले से ही 20 प्रतिशत पदों को उन सुप्रशिक्षित अप्रेंटिसों के लिए आरक्षित किया हुआ है जो रेलवे प्रतिष्ठानों में कार्यरत हैं।
यह कदम अप्रेंटिसशिप कानून की धारा 22 (1) तथा उच्चतम न्यायालय के समय समय पर आये फैसलों के अनुरूप है और उन्हें प्रशिक्षण काल के बराबर की आयुसीमा में भी छूट दी गई है। उन्होंने कहा कि यह किसी एक संस्थान द्वारा शुरू किया गया भारत का सबसे बड़ा भर्ती अभियान है और यह सभी वर्गों के युवाओं के लिए निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से रोजÞगार पाने का अब तक का सबसे बड़ा मौका है। रेल मंत्री ने कहा मैं अपने युवा साथियों से अपील करता हूं कि वे बड़ी संख्या में आवेदन करें जिसकी आखिरी तारीख 31 मार्च है। उन्हें देश की सेवा के लिए निष्पक्ष एवं समान अवसर प्राप्त होगा।