नई दिल्ली। देश के अधिकांश किसान मौसम की मार के कारण कर्ज में फंसे है, कई राज्यों के किसान सरकारों से कर्ज माफी की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन केंद्र सरकार व राज्य सरकार किसानों की मांग पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। जहां किसानों को मौसम की मार के चलते हुए नुकसान का मुआवजा दिया वह नकाफी है। इतनी परेशानियां झेल रहे किसानों पर अब देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने धावा बोल दिया है। अंदेशा है कि बैंक ने किसानों को करीब एक हजार करोड़ रुपए की चपत लगाई है। मध्य प्रदेश के एक किसान को मौसम का हाल बताने के एवज में एसबीआई ने किसान के खाते से 990 रुपए काट रहा है।
जबकि, केंद्र सरकार किसानों को पहले से ही टोल फ्री नंबर पर मौसम की जानकारी मुफ्त में लेने की सुविधा दे रही है। मौसम अलर्ट के नाम पर 990 रुपए की वसूली किसान क्रेडिट कार्ड रखने वाले खाताधारकों से की जा रही है। एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक देशभर में एक करोड़ एक लाख किसान क्रेडिट कार्डधारक हैं। अगर इन सबसे 990 रुपए वसूले गए होंगे तो कुल रकम 999.90 करोड़ रुपए बनती है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि सारे किसानों से पैसे वसूले जा रहे हैं या फिर केवल उन किसानों से जिन्होंने इस सुविधा के लिए सहमति दी हो। वैसे, बिना सहमति के बैंक इस तरह की किसी भी सुविधा के लिए फीस नहीं ले सकती। यह भी संभव हो सकता है कि किसानों ने अनजाने में फॉर्म पर संबंधित कॉलम को टिक कर सहमति दे दी हो।