नई दिल्ली। तीन दिन के भारत दौरे पर आए ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी राष्ट्रपति भवन पहुंच गए हैं। जहां राष्ट्रपति रामनाथ कांविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया। रूहानी ने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण भी किया जिसके बाद उन्होंने महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पाजंलि अर्पित की। इस बैठक में भारत एवं ईरान ने आपसी सहयोग के नौ समझौतों पर हस्ताक्षर किए और सूफीवाद की शांति एवं सहिष्णुता की साझी विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए आतंकवाद और कट्टरवाद फैलाने वाली ताकतों को रोकने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच यहां हैदराबाद हाउस में हुई प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत में दोनों पक्षों ने ये प्रतिबद्धता व्यक्त की। दोनों देशों ने जिन दस्तावेज़ों पर आज हस्ताक्षर किए उनमें दोहरे कराधान एवं राजस्व चोरी से बचने, प्रत्यर्पण संधि के क्रियान्वयन का दस्तावेज़, पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, कृषि एवं संबंधित क्षेत्र, डाक क्षेत्र में सहयोग तथा राजनयिक पासपोर्ट धारकों को वीसा लेने से छूट के अलावा चाबहार परियोजना के शाहिद बेहेस्ती बंदरगाह के पट्टे को भारत को देने का करार शामिल है
जिसमें भारत को 18 माह तक इस बंदरगाह की संचालन का अधिकार दिया गया है। बाद में मोदी ने अपने प्रेस वक्तव्य में कहा कि डॉ. रूहानी की यात्रा से भारत एवं ईरान के सभ्यता एवं संस्कृति के हजारों साल पुराने संबंधों की बुनियाद पर आधारित हमारे दोस्ताना रिश्तों में और मज़बूती आयी है। उन्होंने कहा कि 2016 में उनकी तेहरान यात्रा के दौरान द्विपक्षीय सहयोग का एजेंडा एवं रोडमैप तैयार हुआ था, उसे आगे बढ़ाया जा रहा है।